दोस्तों नमस्कार, आज भारतअॅग्री के माध्यम से जानें पान की खेती का समय, खेत की तैयारी, बेस्ट किस्में, बीज दर, उर्वरक, खरपतवार, कीटों और रोगों का नियंत्रण, और उत्पादन की सम्पूर्ण जानकारी। पान की खेती भारत में प्राचीन काल से ही की जाती है और यह कृषि का महत्वपूर्ण हिस्सा है। पान का उपयोग धार्मिक अनुष्ठानों, सामाजिक कार्यक्रमों और विशेष रूप से पान के पत्तों का सेवन करने के लिए किया जाता है। भारत में पान की खेती विभिन्न राज्यों में की जाती है और इसकी मांग पूरे देश में है।
पान की खेती कहां की जाती है?
भारत में पान की खेती मुख्य रूप से पश्चिम बंगाल, उड़ीसा, असम, बिहार, आंध्र प्रदेश, तमिलनाडु, कर्नाटक, उत्तर प्रदेश और महाराष्ट्र में की जाती है। इन राज्यों में पान की खेती की परंपरा प्राचीन समय से है और यहां की जलवायु पान की खेती के लिए अनुकूल होती है।
पान की खेती का समय
पान की खेती वर्षभर की जाती है, लेकिन इसे मॉनसून के मौसम के दौरान लगाना सबसे उचित माना जाता है। जून से सितंबर के बीच पान की बेलों को लगाना उत्तम होता है क्योंकि इस समय मिट्टी में नमी की उचित मात्रा होती है।
पान की खेती के लिए मौसम और जलवायु
पान की खेती के लिए उष्णकटिबंधीय और उपोष्णकटिबंधीय जलवायु सबसे उपयुक्त होती है। इसके लिए 25-35 डिग्री सेल्सियस तापमान और 150-200 सेंटीमीटर वार्षिक वर्षा की आवश्यकता होती है। पान की बेलों को छायादार स्थान पसंद होता है, इसलिए इसे अन्य ऊंची फसलों के साथ या बांस की छाया में उगाया जा सकता है।
पान की खेती के लिए खेत की तैयारी
1. खेती के लिए पहले खेत की गहरी जुताई करें ताकि मिट्टी अच्छी तरह से भुरभुरी हो जाए।
2. इसके बाद खेत को समतल करें और पानी की निकासी की उचित व्यवस्था करें।
3. पान की बेलों के लिए 1.5-2 मीटर चौड़े और 25-30 सेमी ऊंचे बेड तैयार करें।
4. खेत में गोबर की खाद या कम्पोस्ट डालें ताकि मिट्टी की उर्वरता बढ़ सके।
पान के लिए सबसे बेस्ट मिट्टी
पान की खेती के लिए दोमट, दोमट बलुई और अच्छी जल निकासी वाली मिट्टी सबसे उपयुक्त होती है। मिट्टी का pH स्तर 5.5 से 7 के बीच होना चाहिए। भारी मिट्टी और जलजमाव वाली मिट्टी पान की खेती के लिए उपयुक्त नहीं होती।
पान की खेती के लिए कलम और पौधें
1. पान की खेती के लिए प्रति एकड़ 5,000 से 6,000 कटींग या बेल की आवश्यकता होती है। पान की बेल को खेत में 60-90 सेमी की दूरी पर लगाया जाता है।
2. या फिर आप प्रति एकड़ 10,000 से 612 ,000 कटींग या बेल का उपयोग 30-60 सेमी की दूरी के अनुसार उपयोग कर सकते है।
3. यह दर पौधों की किस्म और क्षेत्र के आधार पर अलग-अलग हो सकती है।
पान की खेती के लिए बेस्ट किस्में
पान की खेती के लिए सही किस्म और हाइब्रिड बीज का चयन बहुत महत्वपूर्ण है, क्योंकि इससे फसल की उत्पादकता और गुणवत्ता में सुधार होता है।
किस्म के नाम |
किस्म की विशेषताएं |
बांगला पान |
इस किस्म को बंगाल और ओडिशा में प्रमुखता से उगाया जाता है। |
महाकाली पान |
यह किस्म गुजरात में लोकप्रिय है, इसका स्वाद और आकार बहुत अच्छा होता है। |
सांची पान |
इस किस्म को मध्य प्रदेश और महाराष्ट्र में उगाया जाता है, यह किस्म सॉफ्ट और सुगंधित होती है। |
मघाई पान |
इस किस्म को बिहार और उत्तर प्रदेश में उगाया जाता है, इसका पत्ता मध्यम आकार का और मीठा होता है। |
कपूरी पान: |
इस किस्म को आंध्र प्रदेश और तेलंगाना में प्रमुखता से उगाया जाता है, इसका पत्ता बड़ा और सख्त होता है। |
मीठा पान |
इस किस्म को गुजरात और महाराष्ट्र में उगाया जाता है, इसका पत्ता मीठा और स्वादिष्ट होता है। |
चौरासी पान: |
इस किस्म को असम और पूर्वोत्तर भारत में उगाया जाता है, यह किस्म सुगंधित और स्वादिष्ट होती है। |
भूजी पान |
इस किस्म को केरल और तमिलनाडु में उगाया जाता है, इसका पत्ता बड़ा और सुगंधित होता है। |
बेतली पान |
इस किस्म को ओडिशा और बंगाल में उगाया जाता है, इसका पत्ता मोटा और सख्त होता है। |
जाफना पान |
इस किस्म को तमिलनाडु और श्रीलंका में उगाया जाता है, इसका पत्ता मध्यम आकार का और सुगंधित होता है। |
खाद और उर्वरक की प्रति एकड़ मात्रा और समय
1. गोबर की खाद: 10-15 टन/एकड़ (खेत की तैयारी के समय)
2. नाइट्रोजन: 50-60 किग्रा/एकड़ (फसल की वृद्धि के समय, तीन बार में डालें)
3. फॉस्फोरस: 20-30 किग्रा/एकड़ (खेत की तैयारी के समय)
4. पोटाश: 20-30 किग्रा/एकड़ (फसल की वृद्धि के समय, दो बार में डालें)
5. जिंक सल्फेट: 5-10 किलोग्राम प्रति एकड़ (बुवाई के समय)
फसल में कीटों और रोगों की समस्या
पान की फसल में कीटों और रोगों की समस्या फसल अवस्था के अनुसार आती है और यह फसल पर ज्यादा नुकसान पहुंचाते है जिससे प्रति एकड़ अनुसार उत्पादन में कमी होती है।
फसल में कीटों की समस्या |
फसल में रोगों की समस्या |
एफिड (Aphid) |
पाउडरी मिल्ड्यू (Powdery Mildew) |
सेमी लूपर (Looper Caterpillar) |
रेड ब्लाइट (Red Blight) |
मकड़ी (Mite) |
लीफ स्पॉट (Leaf Spot) |
बोरर कीट (Borer) |
जड़ सड़न (Root Rot) |
थ्रिप (Thrip) |
बैक्टीरियल विल्ट (Bacterial Wilt) |
सफेद मक्खी (White Fly) |
स्टेम रोट (Stem Rot) |
ग्रब (Grub) |
सर्कोस्पोरा लीफ स्पॉट (Cercospora Disease ) |
लीफ हॉपर (Leafhoppers) |
लीफ मोज़ेक (Leaf Mosaic) |
लीफ बीटल्स (Leaf Beetles) |
डाउनी मिल्ड्यू (Downy Mildew) |
फसल में रस चूसक कीटों और इल्लियों के नियंत्रण के लिए उपयोग करें सिंजेंटा अलिका कीटनाशक का और रोगों के नियंत्रण के लिए उपयोग करें टाटा रैलिस मास्टर फफूंदनाशी का जिससे फसल को कीटों और रोगों से सम्पूर्ण सुरक्षा मिलेगी और फसल स्वस्थ रहेगी।
पान की फसल की कटाई और समय
पान की फसल की कटाई सामान्यतः 6-8 महीने के बाद की जाती है। पान के पत्तों को हाथ से तोड़ा जाता है और फिर इसे बिक्री के लिए तैयार किया जाता है।
पान की फसल प्रति एकड़ उत्पादन
पान की फसल का प्रति एकड़ उत्पादन विभिन्न कारकों पर निर्भर करता है, लेकिन सामान्यतः 1,00,000 से 1,50,000 पत्ते प्रति एकड़ प्राप्त हो सकते हैं।
सारांश
1. पान की खेती एक लाभदायक व्यवसाय है जिसे उचित जलवायु, मिट्टी और कृषि तकनीकों के साथ किया जा सकता है।
2. पान की बेलों को छायादार और नमी युक्त स्थान पसंद होता है।
3. इसकी खेती के लिए जैविक खाद, उचित उर्वरक और कीटनाशकों का उपयोग आवश्यक होता है।
4. खरपतवार, कीट और रोगों के नियंत्रण के साथ सही समय पर कटाई से उत्तम उत्पादन प्राप्त किया जा सकता है।
5. पान की खेती में निवेश कर किसान अच्छा मुनाफा कमा सकते हैं।
अक्सर पूछे जानें वाले प्रश्न
1. पान की खेती कहां की जाती है?
उत्तर: पान की खेती मुख्य रूप से पश्चिम बंगाल, उड़ीसा, असम, बिहार, आंध्र प्रदेश, तमिलनाडु, कर्नाटक, उत्तर प्रदेश और महाराष्ट्र में की जाती है।
2. पान की खेती का समय कब होता है?
उत्तर: पान की खेती वर्षभर की जाती है, लेकिन मॉनसून के दौरान जून से सितंबर तक लगाना सबसे उत्तम होता है।
3. पान की खेती के लिए सबसे बेस्ट मिट्टी कौन सी होती है?
उत्तर: दोमट, दोमट बलुई और अच्छी जल निकासी वाली मिट्टी सबसे उपयुक्त होती है।
4. पान की खेती के लिए कलम और पौधें कैसे लगाए जाते हैं?
उत्तर: प्रति एकड़ 5,000 से 6,000 कटींग या बेलों को 60-90 सेमी की दूरी पर लगाया जाता है।
5. पान की खेती के लिए सबसे अच्छी किस्में कौन सी हैं?
उत्तर: बांगला पान, महाकाली पान, सांची पान, मघाई पान, कपूरी पान, मीठा पान, चौरासी पान, भूजी पान, बेतली पान, और जाफना पान।
6. पान की खेती के लिए खाद और उर्वरक की मात्रा क्या होनी चाहिए?
उत्तर: गोबर की खाद: 10-15 टन/एकड़, नाइट्रोजन: 50-60 किग्रा/एकड़, फॉस्फोरस: 20-30 किग्रा/एकड़, पोटाश: 20-30 किग्रा/एकड़, जिंक सल्फेट: 5-10 किग्रा/एकड़।
7. पान की फसल की कटाई और प्रति एकड़ उत्पादन कब और कितना होता है?
उत्तर: पान की फसल की कटाई 6-8 महीने बाद होती है और प्रति एकड़ 1,00,000 से 1,50,000 पत्ते प्राप्त हो सकते हैं।
लेखक
BharatAgri Krushi Doctor