makka ki kheti kaise kare

Makka Ki Kheti: मक्के की खेती 90 दिन में 1 लाख से ज्यादा की कमाई

मक्के की खेती एक लाभदायक कृषि व्यवसाय है, जो कि किसानों के लिए अच्छा आय का स्रोत है। भारत में मक्के की मांग लगातार बढ़ रही है, जिसके कारण इसका उत्पादन भी तेजी से बढ़ रहा है। सही तकनीक और उचित देखभाल के साथ, किसान 90 दिनों में एक लाख रुपये से ज्यादा की कमाई कर सकते हैं। इस ब्लॉग में हम मक्के की खेती से जुड़ी सभी महत्वपूर्ण जानकारी साझा करेंगे, जो आपको एक सफल फसल उगाने में मदद करेगी।


भारत में मक्के की खेती

मक्के की खेती भारत के विभिन्न राज्यों में की जाती है, जिनमें प्रमुख रूप से आंध्र प्रदेश, कर्नाटका, मध्य प्रदेश, हरियाणा, पंजाब, उत्तर प्रदेश और बिहार शामिल हैं। ये राज्य मक्के के उत्पादन में अग्रणी हैं और यहाँ की जलवायु और मिट्टी इसकी खेती के लिए अनुकूल हैं।


खेती का समय

मक्के की फसल की बुआई आमतौर पर जून से जुलाई के बीच की जाती है। फसल की कटाई सितंबर से अक्टूबर में की जाती है, जिससे किसान जल्दी उत्पादन प्राप्त कर सकें।


मौसम और जलवायु

मक्का एक गर्म मौसम की फसल है, जो 25 से 30 डिग्री सेल्सियस के तापमान में सबसे अच्छे से उगता है। इसे 250 से 400 मिमी वर्षा की आवश्यकता होती है, जो मानसून के दौरान उपलब्ध होती है।


खेत की तैयारी और मिट्टी 

खेत की तैयारी में पहले जुताई की जाती है, फिर उसे समतल किया जाता है। इसके बाद, खेत में खाद और उर्वरक डालकर मिट्टी को अच्छी तरह मिलाना आवश्यक है।

मक्का सबसे अच्छे से हल्की से मध्यम दानेदार मिट्टी में उगता है। इसमें रेतीली, काली, और दोमट मिट्टी भी उपयुक्त होती हैं, जिनमें जल निकासी की अच्छी व्यवस्था हो।


मक्के की बेस्ट किस्म 

1. सिजेंटा NK-6240: इस किस्म की बुवाई सभी मौसमों में कर सकते हैं, और इसकी फसल अवधि 108-110 दिन होती है। प्रति एकड़ 7-8 किलो बीज की आवश्यकता होती है।

2. सिजेंटा NK-30 प्लस: खरीफ मौसम में उपयुक्त, इसके दाने भरी और चमकदार होते हैं। फसल अवधि 105-110 दिन और उत्पादन ज्यादा होता है।

3. पायनियर P3501: 115-118 दिन की फसल अवधि, यह खरीफ की बेहतरीन किस्म है, मध्यम से भारी मिट्टी में इसकी खेती आसानी से होती है।

4. पायनियर P3502: 110-112 दिन की फसल अवधि वाली यह किस्म खरीफ के लिए उत्तम है। प्रति एकड़ 7 किलो बीज की आवश्यकता होती है।

5. धान्या DMH 8255: खरीफ में बोई जाने वाली इस किस्म की फसल अवधि 115-120 दिन है। इसके दाने नारंगी पीले रंग के होते हैं और नमी सहन करने वाली किस्म है।

6. धान्या MM 1107: खरीफ और रबी दोनों में बुवाई के लिए उपयुक्त, यह किस्म 100-105 दिनों में तैयार होती है और वातावरण के तनाव को सहन करती है।

7. बायर डेकाल्ब 9133: यह सिंचित और असिंचित दोनों के लिए बेहतरीन है। इसके दाने बोल्ड और आकर्षक होते हैं। खरीफ और रबी के लिए उपयुक्त।

8. बायर डेकाल्ब 9126: कम लागत में ज्यादा उत्पादन देने वाली यह किस्म स्टेंडल रॉट और रस्ट के प्रति सहनशील होती है।

9. शाइन ब्रांड सीड्स राइज 303: सिंचित और असिंचित खेती के लिए उपयुक्त, इसकी फसल अवधि 105-115 दिन है और प्रति एकड़ 35-40 क्विंटल तक उत्पादन होता है।

10. सीपी 999 हाइब्रिड: यह किस्म रोगों के प्रति सहनशील है, पौधों की जड़ें गहरी होती हैं और दाने नारंगी रंग के होते हैं।


बीजदर प्रति एकड़ अनुसार

प्रति एकड़ बीज दर  7 से 8 किलोग्राम बीज की आवश्यकता होती है। बीज को सीधा खेत में बोया जा सकता है या पौधशाला में उगाकर रोपाई की जा सकती है।


खाद और उर्वरक प्रबंधन

प्रति एकड़ मक्का फसल के लिए 40 किलोग्राम नाइट्रोजन, 20 किलोग्राम फास्फोरस, और 20 किलोग्राम पोटाश की आवश्यकता होती है। खाद को बुआई से पहले और मध्य अवस्था में देना चाहिए।


मक्के की फसल में खरपतवार का नियंत्रण 

1. बायर लॉडिस खरपतवारनाशी (Laudis Herbicide)- लॉडिस खरपतवारनाशी टेम्बोट्रियोन 42% एससी (Tembotrione 42% SC) 150 मिली प्रति एकड़ अनुसार छिड़काव करें। 

2. BASF टाइनज़र खरपतवारनाशी (Tynzer Herbicide)- टाइनज़र खरपतवारनाशी टोप्रामेज़ोन 33.6% एससी (Topramezone 33.6% SC) 30 मिली प्रति एकड़ अनुसार छिड़काव करें।

3. एफएमसी गिलार्डो खरपतवारनाशी (Gilardo Herbicide)- गिलार्डो खरपतवारनाशी टोप्रामेज़ोन 33.6% SC (Topramezone 33.6% SC) 30 मिली प्रति एकड़ अनुसार छिड़काव करें। Gilardo Herbicide मक्के की फसल में सभी प्रकार के  खरपतवार को नियंत्रित करता हैं।  


मक्के की फसल के प्रमुख कीटों का नियंत्रण - 

1. कॉर्न बोरर- इस कीट के नियंत्रण के लिए उपयोग करें धानुका ईएम-1 कीटनाशक  80 ग्राम प्रति एकड़ अनुसार।  

2. माहु - माहू कीट के नियंत्रण के उपयोग करें धानुका फैक्स कीटनाशक 300 मिली प्रति एकड़ अनुसार।  

3. लीफ हॉपर कीट - इस कीट के नियंत्रण के लिए उपयोग करें सिंजेटा अलिका कीटनाशक 80 मिली प्रति एकड़ अनुसार।  

4. कैटरपिलर - इस इल्ली के नियंत्रण के लिए उपयोग करें बायर फेनॉक्स क्विक कीटनाशक 100 मिली प्रति एकड़ अनुसार।  

5. फॉल आर्मी वर्म - इस इल्ली के नियंत्रण के लिए उपयोग करें नागार्जुन प्रोफेक्स सुपर 300 मिली प्रति एकड़ अनुसार।  

6. दीमक और सफेद लट - इन कीटों के नियंत्रण के लिए बायर रीजेंट कीटनाशक 400 मिली प्रति एकड़ उपयोग करें।  


मक्के की फसल में रोगों की समस्या और नियंत्रण 

1. कॉर्न ब्लाइट - इस रोग के नियंत्रण के लिए यूपीएल साफ फफूंदनाशी 400 ग्राम प्रति एकड़ अनुसार छिड़काव करें।  

2. लीफ ब्लाइट - इस रोग के नियंत्रण के लिए सुमिटोमो कीटोशी फफूंदनाशी 300 मिली प्रति एकड़ अनुसार छिड़काव करें।

3. डाउनी मिल्ड्यू - इस रोग के नियंत्रण के लिए सिजेंटा रिडोमिल गोल्ड फफूंदनाशी 300 ग्राम प्रति एकड़ अनुसार छिड़काव करें।

4. चारकोल रॉट - इस रोग के नियंत्रण के लिए बायोस्टेड रोको फफूंदनाशी 300 ग्राम प्रति एकड़ अनुसार छिड़काव करें।

5. रस्ट रोग - इस रोग के नियंत्रण के लिए इंडोफिल अवतार फफूंदनाशी 300 ग्राम प्रति एकड़ अनुसार छिड़काव करें।


मक्के की फसल की कटाई और प्रति एकड़ उत्पादन

मक्के की फसल की कटाई आमतौर पर अक्टूबर में की जाती है, जब पौधों की पत्तियाँ सूख जाती हैं और दाने पक जाते हैं।

एक एकड़ में मक्के की औसत पैदावार 20 से 30 क्विंटल होती है, जबकि हाइब्रिड बीजों के उपयोग से यह उत्पादन 40 क्विंटल तक बढ़ सकता है।


सारांश: 

मक्के की खेती एक लाभकारी विकल्प है, जो सही तकनीकों और सही समय पर की गई मेहनत से बहुत अच्छा उत्पादन दे सकता है। किसानों को अपनी फसल की देखभाल करने, कीटों और बीमारियों से बचने, और उचित खाद व उर्वरक का प्रयोग करने पर ध्यान देना चाहिए। सही तरीके से खेती करने पर किसान 90 दिनों में 1 लाख रुपये तक की कमाई कर सकते हैं।


अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न: 

1. मक्के की खेती कितनी लाभदायक है?

उत्तर - मक्के की खेती सही तकनीक से करने पर 90 दिन में 1 लाख रुपये से ज्यादा की कमाई हो सकती है।

2. भारत में मक्के की खेती किन राज्यों में होती है?

उत्तर - मक्के की खेती आंध्र प्रदेश, कर्नाटका, मध्य प्रदेश, हरियाणा, पंजाब, उत्तर प्रदेश, और बिहार में होती है।

3. मक्के की बुवाई का सबसे अच्छा समय कौन सा है?

उत्तर - मक्के की बुवाई जून से जुलाई के बीच की जाती है।

4. मक्के की फसल के लिए उपयुक्त तापमान और वर्षा कितनी होनी चाहिए?

उत्तर - मक्के की फसल 25-30°C तापमान और 250-400 मिमी वर्षा में उगती है।

5. मक्के की सबसे उपयुक्त किस्में कौन-कौन सी हैं?

उत्तर - सिजेंटा NK-6240, पायनियर P3501, और बायर डेकाल्ब 9133 मक्के की उपयुक्त किस्में हैं।

6. मक्के की प्रति एकड़ बीज दर कितनी होती है?

उत्तर - प्रति एकड़ मक्के की बुवाई के लिए 7-8 किलोग्राम बीज की आवश्यकता होती है।

7. मक्के की फसल में खरपतवार नियंत्रण के लिए कौन से हर्बीसाइड्स उपयोगी हैं?

उत्तर - बायर लॉडिस, BASF टाइनज़र और एफएमसी गिलार्डो खरपतवारनाशी मक्के की फसल में उपयोगी हैं।

8. मक्के की प्रमुख कीटों का नियंत्रण कैसे किया जा सकता है?

उत्तर - कॉर्न बोरर, माहु, और लीफ हॉपर के नियंत्रण के लिए धानुका और सिंजेटा के कीटनाशक उपयोगी हैं।

9. मक्के की फसल में औसत उत्पादन कितना होता है?

उत्तर - मक्के की फसल का औसत उत्पादन 20-30 क्विंटल प्रति एकड़ होता है, जबकि हाइब्रिड बीज से 40 क्विंटल तक बढ़ सकता है।



लेखक: BharatAgri Krushi Doctor

संपर्क: contact@leanagri.com

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