प्याज की फसल में उर्वरक प्रबंधन

प्याज की फसल में उर्वरक प्रबंधन

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✅आजका विषय - प्याज की फसल में उर्वरक प्रबंधन

प्याज की फसल द्वारा पोषक तत्वों की खपत मुख्य रूप से प्याज की उपज, किस्मों, उर्वरकों की मात्रा, मिट्टी की स्थिति और मौसम पर निर्भर करती है। प्याज के खेत को तैयार करने के लिए सबसे पहले उसकी गहरी जुताई कर दी जाती है | जिसके बाद खेत को कुछ समय के लिए ऐसे ही खुला छोड़ दिया जाता है | इसके बाद खेत में प्राकृतिक खाद के रूप प्रति एकड़ के हिसाब से 2 - 3 टन पुरानी गोबर की खाद डाली जाती है | खाद डालने के बाद खेत की फिर से अच्छे से जुताई कर दी जाती है, इससे खेत की मिट्टी में गोबर की खाद अच्छे से मिल जाती है | यदि आप चाहे तो वर्मी कम्पोस्ट खाद को भी इस्तेमाल में ला सकते है | किसान भाइयो हम देखेंगे प्याज की फसल में प्याज की अवस्था और दिनों के अनुसार उर्वरक प्रबंधन के बारे में -

✅प्याज की रोपाई के 1 से 2 दिन पहले उर्वरक प्रबंधन (बेसल डोज़)
👉यूरिया (नाइट्रोजन) - 25 किलो प्रति एकड़
👉DAP - फास्फोरस) - 40 किलो प्रति एकड़
👉MOP (पोटाश) - 40 किलो प्रति एकड़
👉सल्फर - 4 किलो प्रति एकड़
👉सूक्ष्म पोषक तत्व - 4 किलो प्रति एकड़
👉नीमकेक - 50 से 60 किलो प्रति एकड़
( उपयोग के फायदे - बेसल डोज़ में खाद देने से फसल में सभी प्रकार के पोषक तत्त्वों की पूर्ति होती हे और फसल के वृद्धि विकास में समस्या नहीं आती है । )

✅पौध रोपाई के बाद, फसल अवस्था के 15 दिन के अंदर उर्वरक प्रबंधन -
👉छिड़काव विधि द्वारा -
19 : 19 :19 खाद - 1 किलो प्रति एकड़
ह्यूमिक एसिड (प्राइम 1515 ) - 250 मिली प्रति एकड़
सूक्ष्म पोषक तत्व (इंस्टाफर्ट कॉम्बी) - 250 ग्राम प्रति एकड़
👉ड्रिप द्वारा -
19 : 19 :19 खाद - 2 किलो प्रति एकड़
ह्यूमिक एसिड (प्राइम 1515 ) - 500 मिली प्रति एकड़
सूक्ष्म पोषक तत्व (इंस्टाफर्ट कॉम्बी) - 500 ग्राम प्रति एकड़
( उपयोग के फायदे - पौधो की जड़े विकसित होगी और जड़े गहराई में जाएगी जिस कारन वश फसल की बढ़वार अच्छी होगी। )

✅पौध रोपाई के बाद, फसल अवस्था के 15 से 30 दिन के अंदर उर्वरक प्रबंधन -
👉छिड़काव विधि द्वारा -
12 : 61 :00 खाद - 1 किलो प्रति एकड़
ह्यूमिक एसिड (प्राइम 1515 ) - 250 मिली प्रति एकड़
सूक्ष्म पोषक तत्व (इंस्टाफर्ट कॉम्बी) - 250 ग्राम प्रति एकड़
👉ड्रिप द्वारा -
12 : 61 :00 खाद - 2 किलो प्रति एकड़
ह्यूमिक एसिड (प्राइम 1515 ) - 500 मिली प्रति एकड़
सूक्ष्म पोषक तत्व (इंस्टाफर्ट कॉम्बी) - 500 ग्राम प्रति एकड़
( उपयोग के फायदे - फसल की बढ़वार अच्छी होगी। )

✅पौध रोपाई के बाद, फसल अवस्था के 30 से 45 दिन के अंदर उर्वरक प्रबंधन -
👉छिड़काव विधि द्वारा -
19 : 19 :19 खाद - 500 ग्राम प्रति एकड़
12 : 61 :00 खाद - 500 ग्राम प्रति एकड़
समुद्री शैवाल अर्क (प्राइम 7525 ) - 500 मिली प्रति एकड़
👉ड्रिप द्वारा -
19 : 19 :19 खाद - 2 किलो प्रति एकड़
12 : 61 :00 खाद - 2 किलो प्रति एकड़
समुद्री शैवाल अर्क (प्राइम 7525 ) - 1 लीटर प्रति एकड़
( उपयोग के फायदे - फसल की बढ़वार अच्छी होगी और पौधो में फुटाव अच्छा होगा। )

✅पौध रोपाई के बाद, फसल अवस्था के 30 से 45 दिन के अंदर मिट्टी/खेत में उर्वरक प्रबंधन -
12 : 32 : 16 NPK खाद - 50 किलो प्रति एकड़
सल्फर - 4 किलो प्रति एकड़
सूक्ष्म पोषक तत्व - 4 किलो प्रति एकड़
( उपयोग के फायदे - फसल में सभी प्रकार के पोषक तत्त्वों की पूर्ति होती हे और फसल के वृद्धि विकास में समस्या नहीं आती है। )

✅पौध रोपाई के बाद, फसल अवस्था के 45 से 60 दिन के अंदर उर्वरक प्रबंधन -
👉छिड़काव विधि द्वारा -
12 : 61 :00 खाद - 500 ग्राम प्रति एकड़
00 : 52 :34 खाद - 500 ग्राम प्रति एकड़
समुद्री शैवाल अर्क (प्राइम 7525 ) - 500 मिली प्रति एकड़
👉ड्रिप द्वारा -
12 : 61 :00 खाद - 2 किलो प्रति एकड़
00 : 52 :34 खाद - 2 किलो प्रति एकड़
समुद्री शैवाल अर्क (प्राइम 7525 ) - 1 लीटर प्रति एकड़
( उपयोग के फायदे - पौधो में अच्छी गांठे बनना शुरू होगी और गाठो का विकाश होगा . )

✅पौध रोपाई के बाद, फसल अवस्था के 60 से 75 दिन के अंदर उर्वरक प्रबंधन -
👉छिड़काव विधि द्वारा -
13 : 00 :45 खाद - 500 ग्राम प्रति एकड़
00 : 52 :34 खाद - 500 ग्राम प्रति एकड़
कैल्सियम बोरोन (उत्कर्ष कैल्सीबोरोन) - 250 ग्राम प्रति एकड़
👉ड्रिप द्वारा -
13 : 00 :45 खाद - 2 किलो प्रति एकड़
00 : 52 :34 खाद - 2 किलो प्रति एकड़
कैल्सियम बोरोन (उत्कर्ष कैल्सीबोरोन) - 1 किलो प्रति एकड़
( उपयोग के फायदे - पौधो में गाठो का विकाश होगा और गाठो में चमक होगी )

✅पौध रोपाई के बाद, फसल अवस्था के 75 से 90 दिन के अंदर उर्वरक प्रबंधन -
👉छिड़काव विधि द्वारा -
13 : 00 :45 खाद - 500 ग्राम प्रति एकड़
00 : 52 :34 खाद - 500 ग्राम प्रति एकड़
समुद्री शैवाल अर्क (प्राइम 7525 ) - 500 मिली प्रति एकड़
👉ड्रिप द्वारा -
13 : 00 :45 खाद - 2 किलो प्रति एकड़
00 : 52 :34 खाद - 2 किलो प्रति एकड़
समुद्री शैवाल अर्क (प्राइम 7525 ) - 1 लीटर प्रति एकड़
( उपयोग के फायदे - पौधो में गाठो का वजन बढ़ेगा और पौधो में पीला पन नहीं आएगा। )

✅पौध रोपाई के बाद, फसल अवस्था के 90 से 120 दिन के अंदर उर्वरक प्रबंधन -
👉छिड़काव विधि द्वारा -
00 : 00 :50 खाद - 500 ग्राम प्रति एकड़
00 : 52 :34 खाद - 500 ग्राम प्रति एकड़
वनस्पति अर्क (प्राइम कायरान) - 500 मिली प्रति एकड़
👉ड्रिप द्वारा -
00 : 00 :50 खाद - 2 किलो प्रति एकड़
00 : 52 :34 खाद - 2 किलो प्रति एकड़
वनस्पति अर्क (प्राइम कायरान) - 1 लीटर प्रति एकड़
( उपयोग के फायदे - पौधो में गाठो का वजन बढ़ेगा और गांठे मोटि होगी । )

✅पौध रोपाई के बाद, फसल अवस्था के 120 दिन के बाद उर्वरक प्रबंधन -
👉छिड़काव विधि द्वारा -
00 : 00 :50 खाद - 500 ग्राम प्रति एकड़
कैल्सियम बोरोन (उत्कर्ष कैल्सीबोरोन) - 250 ग्राम प्रति एकड़
वनस्पति अर्क (प्राइम कायरान) - 500 मिली प्रति एकड़
👉ड्रिप द्वारा -
00 : 00 :50 खाद - 2 किलो प्रति एकड़
कैल्सियम बोरोन (उत्कर्ष कैल्सीबोरोन) - 1 किलो प्रति एकड़
वनस्पति अर्क (प्राइम कायरान) - 1 लीटर प्रति एकड़
( उपयोग के फायदे - पौधो में गाठो का वजन बढ़ेगा और गांठे मोटि होगी और गाठो में चमक होगी )

📢महत्वपूर्ण ध्यान देने योग्य बातें -
👉फसल में छिड़काव करते समय चिपको या स्टीकर का उपयोग करे
👉छिड़काव करते समय खेत में नमी होना जरुरी है
👉बताये गये खाद की मात्रा ज्यादा ना ले
👉फसल में छिड़काव सुबह या श्याम के समय करे

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