chuhe marne ki dawa

Chuhe marne ki dawa : खेत में चूहे मारने की दवा और सम्पूर्ण जानकारी

नमस्ते किसानों भाइयों भारतअग्री कृषि दुकान वेबसाइड में आपका स्वागत है। फसलों में चूहों का प्रकोप बढ़ाने से किसान बहुत ज्यादा परेशान हो रहे इसी समस्या के समाधान के लिए हम आज आप को खेत में चूहे मारने की दवा (chuhe marne ki dawa) चूहों का नियंत्रण, चूहों से फसल में नुकसान और चूहे के कण्ट्रोल की सम्पूर्ण जानकारी विस्तार से देंगे कृपया अधिक जानकारी के लिए ब्लॉग को पूरा पड़े।  


फसलों में चूहों से किसान हो रहे परेशान | Rat problem in crops

खेतों में फसलों के पकने के साथ ही, चूहे भी दिखाई देने लगते हैं। इस समय पर चूहों का प्रबंधन करना अत्यंत महत्वपूर्ण होता है। मई-जून माह में चूहों की संख्या कम होती है, जो कि चूहा नियंत्रण अभियान के लिए सही समय होता है। इस अभियान को समूहिक रूप में चलाना चाहिए। चूहे खेतों, घरों, और गोदामों में अनाज खाने के साथ-साथ, अपने मलमूत्र से अनाज को बर्बाद कर देते हैं। राष्ट्रीय स्तर पर, चूहे खेतों में खड़ी फसलों को 5% से 15% तक की हानि पहुंचा सकते हैं।


फसलों को नुकसान पहुंचाने वाली चूहे के प्रजातियाँ | Crop Damage Rodent Species 

दुनिया भर में चूहों की पांच सौ से अधिक प्रजातियां पाई जाती हैं। एक जोड़ी चूहा एक वर्ष में 800-1000 की संख्या में बढ़ जाते हैं। इसके प्रबंधन के लिए कम से कम तीस-चालीस लोगों की जरूरत होती है। पहले दिन, खेत का सर्वेक्षण किया जाता है, और बिल मिले हुए चूहे को मिट्टी से बंद कर दिया जाना चाहिए। अलग-अलग दिनों पर, बिल के खुलने के बाद, चावल या चने के दाने रखें। ऐसा तीन दिनों तक करें, और फिर चौथे दिन, जहर मिलाकर दानों को रखें। दानों को विषाक्त करने के लिए, सरसों का तेल और एक ग्राम जिंक फास्फाइड मिलाएं। पांचवे दिन, सुबह को मरे हुए चूहों को हटा दें और बचे हुए दानों को इकट्ठा करके उन्हें जमीन में गड्ढा खोदकर दबा दें।


फसल में चूहों की समस्या और पहचान | Rodent Problem Identification in Crop 

1. चूहें अधिकतर सिचाई वाली फसल और नमी युक्त मिट्टी में ज्यादा दिखाई देते हैं।  

2. चूहे अक्सर जमीन की गहराई में बिल बनाते हैं।

3. चूहे अक्सर फसल की बुआई के समय या फिर पूरी तरह से पकी हुई फसल पर हमला करते हैं।

4. चूहों द्वारा मिट्टी फसल में मिट्टी को खोदा जाता हैं जिस कारण पौधे मिट्टी के ऊपर उचाई पर दिखाई देता है।

5. चूहे फसल की कटाई के समय भी आ जाते हैं, जिससे फसल का काफी हिस्सा खा जाते हैं।


फसलों में चूहों का रोकथाम | Rat control in farm

फसलों की बुवाई के बाद, चूहों का हमला बढ़ जाता है, जिससे फसलों में नुकसान होता है। चूहों के द्वारा बीजों और नए पत्तों को नुकसान पहुंचाने के कारण पौधे कम उगते हैं, जिससे फसल की उपज पर प्रभाव पड़ता है। नीचे दिए गए तरीकों से इसकी रोकथाम की जा सकती है:

👉रवायती तरीके: खेतों के आस-पास पक्की, ऊंची, और चौड़ी मेंड़ों को कम बनाएं ताकि चूहे अपनी खुड़दारी कम करें। 

👉यांत्रिक तरीके: खेत की कटाई के बाद, खुड़दारी में से निकल रहे चूहों को डंडों से मार दें। छोटे क्षेत्रों में पिंजरों का इस्तेमाल करें ताकि चूहे पकड़े जा सकें।

👉रासायनिक तरीका - चूहों के नियंत्रण के लिए एक किलो दानों के चूरे में 20 ग्राम खाने वाला तेल, 20 ग्राम पीसी हुई खांड, और 20 ग्राम जिंक दवाई का पाउडर मिलाएं। या फिर एक किलो दानों के चूरे में 20 ग्राम खाने वाला तेल, 20 ग्राम पीसी हुई खांड, और 20 ग्राम ब्रोमाडाइलोन दवाई का पाउडर मिलाएं इसके खाने से चूहें तुरंत ख़त्म हो जाते हैं।  


जिंक फास्फाइड दवाई वाले आहार के बाद चूहे 2—3 घंटे में मर जाते हैं, जिससे अन्य चूहे इसे नशा समझ लेते हैं और उसे नहीं खाते। इसलिए, दूसरी बार जिंक फास्फाइड दवाई को दो महीने के बाद फिर से लगाएं। ब्रोमाडाइलोन दवाई के खाने के 2—3 दिन बाद चूहे मरना शुरू होते हैं, जिससे अन्य चूहे उसे नहीं खाते।


फसल में चूहों का जैविक नियंत्रण | Biological control of rats in crops

1. काली मिर्च का प्रयोग: - चूहों को भगाने के लिए काली मिर्च की गंध का प्रयोग करें। यह गंध चूहों को सतर्क बनाती है और उन्हें खेतों से दूर रखती है।

2. पुदीना और तेल का प्रयोग: - पुदीने के पौधों या पुदीना तेल को पानी में मिलाकर फसल में छिड़कने से चूहों का प्रकोप कम हो सकता है।

3. फिटकरी का उपयोग: - फिटकरी पाउडर को पानी में घोलकर फसल के प्रभावित हिस्सों पर छिड़कने से चूहों को दूर रख सकते हैं।

4. कपूर की गोलियाँ: - नीम के तेल में मिलाकर कपूर की गोलियाँ मिलाएं और फसल के प्रभावित हिस्सों पर छिड़कें। यह चूहों को भगा देगा।

5. गुड़-तेल और रुई की गोलियाँ:- गुड़ और तेल में रुई मिलाकर गोलियाँ बनाएं और चूहों के बिल के पास रखें। चूहों की दम घुटने से मृत्यु हो जाएगी।

6. रतनजोत और गुड़ वाला उपाय: - रतनजोत की पत्तियाँ आधा किलो पीस कर 100 ग्राम गुड़ और दो केलों में मिला कर चूहों के बिल के पास रखें।

7. बेशरम और धतूरा का प्रयोग: - बेशरम की पत्ती एक किलोग्राम, धतूरे के फल पांच, चने/मक्के/ज्वार आधा किलो पांच लीटर पानी में उबालकर, उसे चूहों के बिल के पास रखें।


चूहों के नियंत्रण की बेस्ट दवा | Best medicine to control rats

UPL रेटोल कीटनाशक -  2 से 5 ग्राम  को रोटी, नारियल या अन्य सूखे खाद्य पर लगाएं और उन्हें संक्रमण के विभिन्न क्षेत्रों में रखें।

एक्सेल सुमिटोमो कमांडो जिंक फॉस्फाइड 80% WP - 3 ग्राम/लीटर पानी में डाल कर छिड़काव करें 

👉नोट -  चूहों के नियंत्रण के लिए बताये गए उपाय या चूहे मारने की दवा में से किसी एक का प्रयोग करें।  


Conclusion | सारांश - 

किसान भाइयों आशा करते हेचूहे मारने की दवा (chuhe marne ki dawa) चूहों का नियंत्रण, चूहों से फसल में नुकसान और चूहे के कण्ट्रोल की सम्पूर्ण जानकारी आप को पसंद आई है, तो हमें कमेंट बॉक्स में अपनी राय जरुरत दे और साथ ही इस लेख को अपने अन्य किसान दोस्तों के साथ शेयर करना ना भूलें। धन्यवाद 


अक्सर पूछे जानें वाले प्रश्न | FAQ


1. फसलों में चूहों की संख्या कैसे कम की जा सकती है?

उत्तर: बायोलॉजिक तरीकों जैसे काली मिर्च, पुदीना-तेल, और फिटकरी का उपयोग करके चूहों की संख्या को कम किया जा सकता है।

2. चूहों के नियंत्रण के लिए घरेलू उपाय क्या हैं?

उत्तर: बेशरम, धतूरा, कपूर, और रतनजोत जैसे घरेलू तरीके चूहों को दूर करने में मदद कर सकते हैं।

3. फसल में चूहों का प्रकोप किस मौसम में अधिक होता है?

उत्तर: मई-जून माह में चूहों का प्रकोप अधिक होता है, जो कि चूहा नियंत्रण अभियान के लिए सही समय होता है।

4. चूहों का जैविक नियंत्रण कैसे किया जा सकता है?

उत्तर: काली मिर्च, पुदीना, फिटकरी, कपूर, गुड़-तेल, रुई, रतनजोत जैसे पदार्थों का प्रयोग करके चूहों का जैविक नियंत्रण किया जा सकता है।

5. कौनसी दवा फसलों में चूहों को नियंत्रित करने के लिए सर्वोत्तम है?

UPL रेटोल कीटनाशक और एक्सेल सुमिटोमो कमांडो जिंक फॉस्फाइड 80% WP फसलों में चूहों को नियंत्रित करने के लिए सर्वोत्तम हैं।


Author | लेखक - 

भारतअग्रि कृषि एक्सपर्ट


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