किसान भाइयों नमस्कार, स्वागत है BharatAgri Krushi Dukan वेबसाइट पर। गन्ने की फसल की उपज को बढ़ाने के लिए सही प्रकार के उर्वरक का सही मात्रा देना महत्वपूर्ण होता है। इस ब्लॉग में, हम आपको गन्ने की फसल के लिए उर्वरक की मात्रा (sugarcane fertilizer dose) कैसे तय करें और कौनसे उर्वरक उपयोग करें के बारे में जानकारी देंगे। साथ ही फसल के लिए उर्वरकों के महत्व, प्रकार, और मात्रा के बारे में चर्चा करेंगे, साथ ही महाधन कंपनी के उर्वरकों का उपयोग करने के फायदे भी जानेंगे। यहां गन्ने की फसल को सही तरीके से पोषित करने के उपायों को जानेंगे जो आपको 100 टन की उपज तक पहुंचाने में मदद कर सकते हैं।
गन्ने में उर्वरक का महत्व | Fertilizer importance in sugarcane -
1. पोषण सुधारना: गन्ने की फसल के लिए उर्वरक का सही मात्रा में प्रयोग करने से पौधों को आवश्यक पोषण प्राप्त होता है, जिससे उनका स्वस्थ और विकसित विकास होता है।
2. उत्पादन को बढ़ाना: सही मात्रा में उर्वरक का उपयोग करने से फसल की उपज में वृद्धि होती है, जिससे किसानों का लाभ बढ़ता है।
3. पौधों के सुरक्षित और स्वस्थ विकास: यदि सही प्रकार से उर्वरक का उपयोग नहीं किया जाता है, तो पौधों को पोषण की कमी हो सकती है, जिससे वे अस्वस्थ हो सकते हैं और फसल के प्रदर्शन में कमी हो सकती है।
4. मिट्टी की गुणवत्ता को बनाए रखना: उर्वरक का उपयोग करने से मिट्टी की गुणवत्ता बनी रहती है, जिससे फसल के लिए उपयुक्त मिट्टी मिलती है।
गन्ने की फसल के लिए उर्वरक के प्रकार | Fertilizers types for sugarcane -
1. नाइट्रोजन (Nitrogen): नाइट्रोजन फसल के पौधों के विकास के लिए आवश्यक है, और यह पत्तियों की हरियाली और विकसिति में मदद करता है।
2. फॉस्फोरस (Phosphorus): फॉस्फोरस पौधों के मजबूतीकरण, बीजों के विकास, और पुष्पों के निर्माण में मदद करता है।
3. पोटैशियम (Potassium): पोटैशियम पौधों की सुरक्षा और उनकी सार्विक स्वस्थता के लिए महत्वपूर्ण है।
4. मिश्रित उर्वरक (Compound Fertilizers): इनमें नाइट्रोजन, फॉस्फोरस, और पोटैशियम का संयोजन होता है, जिससे सभी महत्वपूर्ण पोषण तत्व पौधों को प्रदान किए जाते हैं।
गन्ने की उर्वरक मात्रा कैसे निर्धारीत करें | Sugarcane fertilizer dose -
1. खेत की माटी का परीक्षण- गन्ने की फसल के लिए उर्वरक की मात्रा का निर्धारण करने के लिए सबसे पहला कदम यह है कि आपको अपने खेत की माटी का परीक्षण करना होगा। खेत की माटी के परीक्षण से आपको यह जानकारी मिलेगी कि आपकी माटी में किस प्रकार के पोषण तत्व मौजूद हैं और कितनी मात्रा में हैं। इससे आपको यह जानने में मदद मिलेगी कि कौनसा उर्वरक आपके खेत के लिए सबसे उपयुक्त होगा।
2. उपज की मात्रा का निर्धारण - आपको यह तय करना होगा कि आपकी गन्ने की फसल से कितनी उपज उत्पन्न हो रही है। इसके लिए आपको खेत के कुछ स्थलों पर सैम्पल लेना होगा और उपज की मात्रा का अनुमान लगाना होगा। आपको यह भी ध्यान में रखना होगा कि यह उपज पूरे खेत पर होने वाली है, यानी 100 टन की उपज की बात है।
3. पोषण आवश्यकता का परीक्षण - गन्ने की फसल के लिए उर्वरक की मात्रा का निर्धारण करने के लिए आपको पोषण आवश्यकता को जानना होगा। पोषण आवश्यकता का परीक्षण करने से आपको यह पता चलेगा कि गन्ने की फसल को कौनसे पोषण तत्वों की कमी हो रही है और उन्हें कैसे पूरा किया जा सकता है।
4. उर्वरक की तरह की उपलब्धता - उर्वरक की तरह की उपलब्धता भी एक महत्वपूर्ण कारक होती है। आपको यह देखना होगा कि आपके क्षेत्र में कौनसे उर्वरक उपलब्ध हैं और उनकी मात्रा क्या है। आपको यह भी ध्यान में रखना होगा कि उर्वरक की मात्रा को समय-समय पर खेत में प्रयोग करना चाहिए, ताकि फसल को सही समय पर पोषण मिल सके।
5. आर्थिक प्राधिकृति - आपकी आर्थिक प्राधिकृति भी उर्वरक की मात्रा का निर्धारण करने में महत्वपूर्ण होती है। आपको यह तय करना होगा कि आपके पास उर्वरक की मात्रा को पूरा करने के लिए पर्याप्त आर्थिक संसाधन हैं।
गन्ने की फसल में उवर्रक प्रबंधन | Fertilizer Management in Sugarcane Crop -
1. यदि आपकी मिट्टी की गुणवत्ता परीक्षण नहीं की गई है, तो आपके खेत में एनपीके की सुझावित मात्रा का पालन करने के लिए निम्नलिखित कदम उठा सकते हैं: 300 किग्रा नाइट्रोजन, 100 किग्रा फॉस्फेट, और 200 किग्रा पोटैशियम प्रति हेक्टेयर। इसे नाली के साथ मिलाकर, और हाथ से खेत में फैलाएं।
2. अगर आपकी मिट्टी में जिंक और आयरन की कमी है, तो आपको 37.5 किग्रा जिंक सल्फेट और 100 किग्रा फेरस सल्फेट प्रति हेक्टेयर की मात्रा में डालने की सलाह दी जाती है।
3. अगर आपकी मिट्टी में सल्फर की कमी है और आप गन्ने की उपज और रस की गुणवत्ता को बढ़ाना चाहते हैं, तो आपको सल्फर की आवश्यकता है। सल्फर की कमी वाली मिट्टी में, हर हेक्टेयर पर 500 किग्रा जिप्सम के रूप में सल्फर का प्रयोग करें।
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गन्ने की फसल के लिए उर्वरकों की टॉप ड्रेसिंग | Sugarcane fertilizer dose by top dressing -
1. तटीय और प्रवाह सिंचित बेल्ट क्षेत्रों (जहां जल की आपूर्ति सुनिश्चित है) में, 30, 60 और 90 दिनों में, खेत के तीन बराबर भागों में 275 किलोग्राम नाइट्रोजन और 112.5 किलोग्राम पोटैशियम (K2O) प्रति हेक्टेयर का उपयोग करें।
2. लिफ्ट सिंचाई क्षेत्रों के लिए, 30, 60 और 90 दिनों में, पानी की कमी वाले क्षेत्रों के लिए 225 किलोग्राम नाइट्रोजन और 112.5 किलोग्राम पोटैशियम (K2O) को खेत के तीन बराबर भागों में डालें।
3. गुड़ वाले क्षेत्रों के लिए, 30, 60 और 90 दिनों में, 175 किलोग्राम नाइट्रोजन और 112.5 किलोग्राम पोटैशियम (K2O) को खेत के तीन बराबर भागों में डालें।
फसल में सामान्य सूक्ष्म पोषक मिश्रण | Micronutrient for sugarcane -
गन्ने की फसल के लिए सूक्ष्म पोषक मिश्रण का प्रयोग करना आपके फसल के उत्पादन को बढ़ावा देता है और पौधों को सभी आवश्यक मिनरल आपूर्ति प्रदान करता है। यह मिश्रण गन्ने के पौधों के लिए आवश्यक आपूर्ति को सुनिश्चित करता है और फसल की प्रवृत्ति में सुधार करता है। इस मिश्रण के रूप में, 50 किलोग्राम/हेक्टेयर सूक्ष्म पोषक मिश्रण तैयार किया जाता है, जिसमें निम्नलिखित तत्व होते हैं:-
👉20 किलोग्राम फेरस सल्फेट
👉10 किलोग्राम मैंगनीज सल्फेट
👉10 किलोग्राम जिंक सल्फेट
👉5 किलोग्राम कॉपर सल्फेट
👉5 किलोग्राम बोरेक्स
(या) अधिक गन्ने की उपज के लिए ईएफवाईएम के रूप में 50 किग्रा/हेक्टेयर की दर से टीएनएयू एमएन मिश्रण का प्रयोग: इस विकल्प में, ईएफवाईएम के रूप में टीएनएयू एमएन मिश्रण का प्रयोग किया जाता है ताकि गन्ने की उपज में वृद्धि हो सके। यह मिश्रण फसल को अधिक खाद्यान प्रदान करता है और उत्पादन को बढ़ावा देता है।
इन विकल्पों के माध्यम से, गन्ने की फसल को सुक्ष्म पोषक उर्वरकों के साथ सही से पोषित किया जा सकता है, जिससे फसल की उपज में सुधार होता है और किसानों को अधिक उत्पादन मिलता है।
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लेखक
भारतअॅग्री कृषि डॉक्टर