Pest & Disease Control for your Crop
जीवाणुजन्य झुलसा
कपास
लक्षण
- "बीजपत्रों पर पानीदार, गोलाकार या अनियमित घाव जो डंठल और तने तक फैल जाते हैं और अंत में मुरझा जाते हैं और अंकुर की मृत्यु हो जाती है जिसे जीवाणु झुलसा कहा जाता है।
- शिराओं और शिराओं का संक्रमण झुर्रीदार और मुड़ी हुई पत्तियों के साथ काला पड़ना और जीवाणु रिसना (शिरा परिगलन या शिरा का झुलसना) दिखाता है।
- तने और शाखाओं पर काले घाव, पत्तियों का समय से पहले गिरना जिसके परिणामस्वरूप पीछे की और मर जाते हैं जिसे ब्लैक आर्म कहा जाता है।
निवारक उपाय
खरपतवार मेजबान पौधों को बाहर निकालें।
नियंत्रण पैमाने
200 लीटर पानी में मिलाएं और छिड़काव करें।
Or
200 लीटर पानी में मिलाएं और छिड़काव करें।
Or
विवरण
- जीवाणुजन्य झुलसा का संक्रमण सभी अंकुरित फसलों के विकास के चरण में दिखाई देता है। यह रोग बीज से होता है और वो बीज से पत्तियों तक फैलता है और पत्ती से पत्ती तक फैलता है, और उसके बाद मुख्या तना से टिंडे तक फैलता है। जीवाणुजन्य झुलसा रोग हर जगह फैल जाता है और एक विनाशकारी बीमारी है, इस प्रकार लगभग 10 से 30 प्रतिशत नुकसान होता है।