hydroponic farming in hindi

Hydroponic Farming in India: हाइड्रोपोनिक खेती की सम्पूर्ण जानकारी

आजकल किसान फसलों से ज्यादा उत्पादन प्राप्त करने ले लिए खेती में नवीनतम तकनीकों का व्यापक इस्तेमाल कर रहे है, जिससे कम लागत में फसलों का उत्पादन बढ़ रहा है। ये तकनीकें किसानों को नए तरीके से लाभ प्राप्त करने में मदद कर रही हैं। इनमें से एक हाइड्रोपोनिक खेती भी है, (Hydroponic Farming in India) जिसमें खेती के लिए न तो बड़े खेतों की जरूरत होती है और न ही मिट्टी की। इस तकनीक में, सिर्फ बालू, मिट्टी और कंकड़ का प्रयोग करके छोटे अंतर्गत कमरे में भी खेती की जा सकती है। हमारे देश में भी कई स्मार्ट किसान इस तकनीक का उपयोग कर रहे हैं और उन्हें इससे अच्छे परिणाम दिखाई दे रहे हैं, जिससे उन्हें मुनाफा भी हो रहा है। 

आज BharatAgri के माध्यम से आप को हाइड्रोपोनिक खेती (Hydroponic Farming All Information in Hindi) की सम्पूर्ण जानकारी के साथ, हाइड्रोपोनिक खेती क्या होती है, यह खेती कैसे की जाती है, खेती के फायदे, हाइड्रोपोनिक खेती के लिए खर्चा या लागत, हाइड्रोपोनिक सिस्टम के बारें में स्मार्ट टिप्स।  


हाइड्रोपोनिक खेती क्या है | What is Hydroponic Farming -

हाइड्रोपोनिक खेती एक आधुनिक कृषि तकनीक है, जिसमें मिट्टी का उपयोग किए बिना पौधों को उगाया जाता है। इसमें पौधों की जड़ों को पानी, पोषक तत्वों और ऑक्सीजन के समाधान में रखा जाता है। इस प्रणाली में पौधों को सीधे पोषक तत्वों का घोल मिलता है, जिससे उनकी वृद्धि और विकास तेजी से होता है। हाइड्रोपोनिक खेती (hydroponic meaning in hindi) एक अत्याधुनिक कृषि प्रणाली है जो भविष्य की कृषि का एक महत्वपूर्ण हिस्सा हो सकती है। यह प्रणाली न केवल संसाधनों के कुशल उपयोग को प्रोत्साहित करती है, बल्कि उच्च गुणवत्ता और मात्रा में फसल उत्पादन को भी सुनिश्चित करती है। हाइड्रोपोनिक खेती के माध्यम से हम पारंपरिक कृषि की सीमाओं को पार करते हुए सतत और समृद्ध कृषि की दिशा में आगे बढ़ सकते हैं।


हाइड्रोपोनिक खेती के प्रकार | Types of Hydroponic Farming -

👉विकिंग बेड सिस्टम (Wicking Bed System): इस प्रणाली में पौधों की जड़ें पोषक तत्वों से भरपूर पानी में रखी जाती हैं। पौधे स्वयं ही पानी को अवशोषित करते हैं। यह प्रणाली छोटे पैमाने पर घरेलू उपयोग के लिए अधिक उपयुक्त है।

👉फ्लड एंड ड्रेन (Flood and Drain/Ebb and Flow) सिस्टम: इसमें पोषक तत्वों से भरपूर पानी को एक ट्रे में भरकर पौधों की जड़ों तक पहुँचाया जाता है और फिर पानी को वापस निकाल लिया जाता है। यह प्रणाली पौधों की जड़ों को ऑक्सीजन प्रदान करने में मदद करती है।

👉न्यूट्रिएंट फिल्म टेक्नीक (Nutrient Film Technique/NFT): इसमें पौधों की जड़ों को एक पतली फिल्म के रूप में पोषक तत्वों से भरपूर पानी में रखा जाता है। इस प्रणाली में पानी निरंतर बहता रहता है, जिससे पौधों को आवश्यक पोषक तत्व मिलते रहते हैं।

👉डीप वॉटर कल्चर (Deep Water Culture/DWC): इसमें पौधों की जड़ों को एक कंटेनर में रखा जाता है जो पानी से भरपूर होता है। पानी में ऑक्सीजन की आपूर्ति के लिए एयर पंप का उपयोग किया जाता है। यह प्रणाली विशेष रूप से हरे पत्तेदार सब्जियों के लिए उपयुक्त है।

👉एरोपोनिक्स (Aeroponics): इस प्रणाली में पौधों की जड़ों को हवा में लटकाया जाता है और पोषक तत्वों से भरपूर पानी को महीन बूंदों के रूप में जड़ों पर छिड़का जाता है। यह प्रणाली पौधों की जड़ों को अधिक ऑक्सीजन प्रदान करती है, जिससे उनकी वृद्धि तेजी से होती है।


हाइड्रोपोनिक खेती उगाई जाने वाली फसल -

फसल के नाम 

Growing Crops Name 

लेट्यूस 

Lettuce

पालक

Spinach

पुदीना 

Mint

धनिया 

Coriander 

तुलसी 

Tulsi

स्ट्रॉबेरी 

Strawberries

टमाटर 

Tomatoes

खीरा 

Cucumbers

मिर्च 

Chili

बैंगन 

Brinjal

तोरी 

Zucchini

ब्रोकली 

Broccoli

गोभी 

Cauliflower

मूली 

Radish

प्याज 

Onions

बीन्स 

Beans

स्विस चार्ड

Swiss Chard

पार्सले 

Parsley

आलू 

Potatoes


हाइड्रोपोनिक खेती की सेटअप लागत -

हाइड्रोपोनिक खेती का सेटअप लगाने की लागत कई कारकों पर निर्भर करती है, जैसे कि सिस्टम का प्रकार, सिस्टम का आकार, उपयोग की जाने वाली सामग्री और प्रौद्योगिकी, और स्थान। यहां पर 100 वर्ग फुट एक सामान्य अनुमान के अनुसार, हाइड्रोपोनिक खेती का सेटअप करने की लागत के बारे में जानकारी दी गई है। 

1. डीप वॉटर कल्चर (DWC) सिस्टम लागत | Deep Water Culture (DWC) System Cost 

सिस्टम सेटअप: 20,000 - 30,000 रुपये
पौधों के लिए नेट पॉट्स और प्लांट होल्डर्स: 2,000 - 3,000 रुपये
एयर पंप और एयर स्टोन्स: 3,000 - 4,000 रुपये
न्यूट्रिएंट सोल्यूशंस: 2,000 - 3,000 रुपये (प्रति 6 महीने)
पानी के पंप: 1,500 - 2,000 रुपये
अन्य सहायक उपकरण (जैसे पीएच मीटर, ईसी मीटर): 3,000 - 5,000 रुपये

    2. न्यूट्रिएंट फिल्म टेक्निक (NFT) सिस्टम लागत | Nutrient Film Technique (NFT) System Cost 

    सिस्टम सेटअप: 25,000 - 35,000 रुपये
    न्यूट्रिएंट सोल्यूशंस: 2,000 - 3,000 रुपये (प्रति 6 महीने)
    पानी के पंप: 2,000 - 3,000 रुपये
    ग्रो ट्रे और पाइप्स: 5,000 - 7,000 रुपये
    अन्य सहायक उपकरण (जैसे पीएच मीटर, ईसी मीटर): 3,000 - 5,000 रुपये

      3. विकिंग सिस्टम लागत | Wicking System Cost

      सिस्टम सेटअप: 15,000 - 25,000 रुपये
      विकिंग मटेरियल्स (कोको कोयर, पेर्लाइट): 2,000 - 3,000 रुपये
      न्यूट्रिएंट सोल्यूशंस: 2,000 - 3,000 रुपये (प्रति 6 महीने)
      अन्य सहायक उपकरण (जैसे पीएच मीटर, ईसी मीटर): 3,000 - 5,000 रुपये

        4. एरोपोनिक्स सिस्टम लागत | Aeroponics System Cost 

        सिस्टम सेटअप: 30,000 - 40,000 रुपये
        न्यूट्रिएंट सोल्यूशंस: 2,000 - 3,000 रुपये (प्रति 6 महीने)
        पानी के पंप और फॉगर्स: 5,000 - 7,000 रुपये
        अन्य सहायक उपकरण (जैसे पीएच मीटर, ईसी मीटर): 3,000 - 5,000 रुपये

          5. ड्रिप सिस्टम लागत | Drip System Cost

          सिस्टम सेटअप: 20,000 - 30,000 रुपये
          ड्रिप लाइन्स और इमिटर: 2,000 - 3,000 रुपये
          न्यूट्रिएंट सोल्यूशंस: 2,000 - 3,000 रुपये (प्रति 6 महीने)
          पानी के पंप: 2,000 - 3,000 रुपये
          अन्य सहायक उपकरण (जैसे पीएच मीटर, ईसी मीटर): 3,000 - 5,000 रुपये

            6. अतिरिक्त लागतें | Additional Costs

            बिजली की लागत: 1,000 - 2,000 रुपये प्रति माह
            बीज और पौध सामग्री: 1,000 - 2,000 रुपये प्रति फसल चक्र
            मिट्टी रहित माध्यम (जैसे रॉकवूल, कोको कोयर): 1,000 - 2,000 रुपये
            कुल अनुमानित लागत (100 वर्ग फुट के लिए)

              सिस्टम के प्रकार और चयनित उपकरणों के आधार पर, 100 वर्ग फुट के हाइड्रोपोनिक सेटअप की कुल लागत 35,000 - 70,000 रुपये के बीच हो सकती है। यह एक छोटे पैमाने की खेती के लिए है। बड़े सेटअप के लिए लागत बढ़ सकती है।

              हाइड्रोपोनिक खेती के फायदें |  Hydroponic Farming

              1. हाइड्रोपोनिक खेती के कई लाभ हैं जो इसे पारंपरिक खेती से बेहतर बनाते हैं। यहाँ 20 फायदें दिए गए हैं:

              2. हाइड्रोपोनिक प्रणाली में 90% कम पानी का उपयोग होता है, जिससे पानी की भारी बचत होती है।

              3. पौधों की वृद्धि दर पारंपरिक खेती की तुलना में 25-50% तेज होती है।

              4. पौधों को आवश्यक पोषक तत्व सीधे मिलते हैं, जिससे उनकी पौष्टिकता में सुधार होता है।

              5. मिट्टी में पाए जाने वाले कीट और रोग की समस्या हाइड्रोपोनिक प्रणाली में नहीं होते, जिससे पौधों की सेहत बेहतर रहती है।

              6. हाइड्रोपोनिक खेती में मौसम का कोई प्रभाव नहीं पड़ता, जिससे सालभर फसल उगाई जा सकती है। कम स्थान में अधिक पैदावार मिलती है, जिससे उत्पादन बढ़ता है।

              7. यह hydroponics vertical farming (वर्टिकल फार्मिंग) के लिए भी उपयुक्त है, जिससे जगह की बचत होती है।

              8. कीटनाशकों और उर्वरकों की आवश्यकता कम होती है, जिससे खर्च कम होता है।

              9. हाइड्रोपोनिक सिस्टम में जलवायु को नियंत्रित किया जा सकता है, जिससे फसलों की गुणवत्ता बनी रहती है।


              सारांश - 

              किसान भाइयों आशा करते हे की आप को हाइड्रोपोनिक खेती (Hydroponic Farming in India)  की सम्पूर्ण जानकारी पसंद आई है, तो हमें कमेंट बॉक्स में अपनी राय जरुरत दे और साथ ही इस लेख को अपने अन्य किसान दोस्तों के साथ शेयर करना ना भूलें। धन्यवाद 


              किसानों द्वारा अक्सर पूछे जानें वाले प्रश्न -

              1. हाइड्रोपोनिक खेती क्या होती है?

              उत्तर - हाइड्रोपोनिक खेती एक तकनीक है जिसमें मिट्टी के बिना पौधों को उगाया जाता है।

              2. हाइड्रोपोनिक खेती की विशेषताएँ क्या हैं?

              उत्तर - इसमें पानी में फसलों को उगाया जाता है जिससे कि जमीन और उसमें बिजली की लागत मिली।

              3. हाइड्रोपोनिक खेती किन-किन फसलों के लिए उपयुक्त है?

              उत्तर - इसमें हरे पत्तेदार सब्जियों, फल, और अन्य फसलें उगाई जा सकती हैं।

              4. हाइड्रोपोनिक खेती के लाभ क्या हैं?

              उत्तर - इससे फसलों की उच्च गुणवत्ता और उत्पादकता होती है, और पानी और संसाधनों का बचत होती है।

              5. हाइड्रोपोनिक खेती की लागत क्या है?

              उत्तर - सेटअप की लागत सिस्टम के आधार पर भिन्न होती है, लेकिन इसमें अधिक लागत मानी जाती है।

              6. हाइड्रोपोनिक खेती के लिए कितना पानी चाहिए?

              उत्तर - यह विशिष्ट सिस्टम और फसल की आवश्यकताओं पर निर्भर करता है, लेकिन सामान्यत: 70-90% कम पानी उपयुक्त होता है।

              7. हाइड्रोपोनिक खेती में खर्च की प्रक्रिया क्या है?

              उत्तर - इसमें संरचना, उपकरण, बीज, ग्रोइंग मीडिया, और पानी की लागत शामिल होती है।

              8. हाइड्रोपोनिक खेती में बीज कैसे उगाएं?

              उत्तर - बीज नेट पॉट्स या ग्रो ट्रे में रखकर उगाया जाता है, जहां पानी और पोषक तत्वों के घोल से पौधों को पोषण दिया जाता है। 

              9. हाइड्रोपोनिक खेती किस स्थान पर की जा सकती है?

              उत्तर - इसे बिना जमीन के किसी भी ठोस स्थान पर की जा सकती है, जैसे कि कमरे, ग्रीनहाउस, या अन्य संगठनों में।

              10. हाइड्रोपोनिक खेती कैसे शुरू करें?

              उत्तर - पहले संरचना तैयार करें, फिर सही सिस्टम, फसल, और उपकरण चुनें, और फिर बीज से शुरू करें।


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              लेखक - 

              भारतअग्रि कृषि एक्सपर्ट


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