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बायर राइसस्टार फेनोक्साप्रॉप-पी-एथिल 6.9 ईसी

सबसे बड़ी बचत
बायर राइसस्टार फेनोक्साप्रॉप-पी-एथिल 6.9 ईसी

बायर राइसस्टार फेनोक्साप्रॉप-पी-एथिल 6.9 ईसी

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बायर राइसस्टार खरपतवारनाशी (फेनोक्साप्रॉप-पी-एथिल 6.9 ईसी) की सम्पूर्ण जानकारी -

बायर राइसस्टार यह एक पोस्ट इमर्जेन्स खरपतवारनाशी है, इसका उपयोग मुख्य रूप से धान की रोपाई और धान की सीधी बुवाई वाले खेत में किया जाता है। इस खरपतवारनाशी के उपयोग से फसल में उगने वाले सभी प्रकार के संकरी पत्तियों वाले खरपतवार जैसे की घास वर्गीय खरपतवार (इचिनोक्लोआ एसपीपी) को पूर्ण रूप से नियंत्रित करता है। इसमें कंटेंट फेनोक्साप्रॉप-पी-एथिल 6.9 ईसी फार्मूलेशन युक्त रसायन पाया जाता है, यह प्रणालीगत क्रियाविधि से खरपतवार को खत्म करता है। अगर धान की फसल में चौड़ी पत्तियों वाले खरपतवार की समस्या दिखाई दे तो राइसस्टार खरपतवारनाशी के आप चौड़ी पत्तियों को नियंत्रित करने वाले खरपतवारनाशी का उपयोग कर सकते है।  

प्रोडक्ट का नाम राइसस्टार
प्रोडक्ट का कंटेंट फेनोक्साप्रॉप-पी-एथिल 6.9 ईसी
कंपनी का नाम बायर
प्रोडक्ट का वर्ग खरपतवारनाशी
प्रोडक्ट की कार्यविधि प्रणालीगत
फसल में उपयोग
धान की रोपाई और धान की सीधी बुवाई वाली फसल
खरपतवार का नियंत्रण
संकरी और घास वर्गीय खरपतवार (इचिनोक्लोआ प्रजाति) (बार्नयार्ड घास)
उपयोग का समय बुवाई या रोपाई के 15 से 20 दिन बाद
खरपतवार की अवस्था
3 से 5 पत्तियों वाली खरपतवार की अवस्था में उपयोग करें
उपयोग मात्रा 2.3 मिली/लीटर
35 मिली/पंप (15 लीटर पंप)
350 मिली/एकड़ छिड़काव

 
राइसस्टार खरपतवारनाशी का कंटेंट/रासायनिक संरचना -

बायर राइसस्टार खरपतवारनाशी में प्रमुख रूप से पाया जाने वाला कंटेंट फेनोक्साप्रॉप-पी-एथिल 6.9 ईसी फार्मूलेशन युक्त रसायन पाया जाता है।  यह प्रणालीगत क्रियाविधि से धान के फसल में उगने वाले संकरी, घासवर्गीय खरपतवार को नियंत्रित करता है।  

प्रोडक्ट की कार्यविधि -

फेनोक्साप्रॉप-पी-एथिल एक सेलेक्टिव पोस्ट-इमर्जेंट खरपतवारनाशी है, जिसका उपयोग मुख्यतः धान (चावल) की फसल में खरपतवार नियंत्रण के लिए किया जाता है। यह खरपतवारनाशी मुख्य रूप से  संकरी पत्तियों वाले (घास वाले) खरपतवारों को नियंत्रित करने में प्रभावी है। इसके उपयोग करने के बाद यह  खरपतवार के पत्तों द्वारा तेजी से अवशोषित हो जाता है। अवशोषण के बाद, यह पौधे के अंदर स्थानांतरित होता है और सिस्टमिक रूप से पूरे पौधे में फैल जाता है। यह खरपतवार की कोशिकाओं में एसीटाइल-कोए कार्बोक्सिलेज (ACCase) एंजाइम को बाधित करता है। यह एंजाइम फैटी एसिड संश्लेषण में महत्वपूर्ण होता है, जो कोशिका झिल्ली और अन्य आवश्यक पदार्थों के निर्माण के लिए आवश्यक होते हैं। फेनोक्साप्रॉप-पी-एथिल ACCase एंजाइम को अवरुद्ध करता है, जिससे फैटी एसिड संश्लेषण रुक जाता है और खरपतवार की कोशिकाएँ टूटने लगती हैं। फैटी एसिड संश्लेषण रुक जाने से खरपतवार की कोशिकाएँ और ऊतक नष्ट हो जाते हैं, जिससे खरपतवार की वृद्धि रुक जाती है और अंततः वह मर जाता है।

प्रोडक्ट की विशेषताएं एवं लाभ -

➔ यह विभिन्न प्रकार के घास वर्गीय खरपतवारों को प्रभावी ढंग से नियंत्रित करता है, जिससे फसल को अनावश्यक प्रतिस्पर्धा से मुक्त करता है।
➔ यह खरपतवारनाशी बहुत तेजी से असर दिखाता है, जिससे खरपतवार जल्दी नष्ट हो जाते हैं और फसल को कम समय में फायदा मिलता है।
➔ खरपतवारों के अंकुरण और वृद्धि के शुरुआती चरणों में इसका उपयोग अत्यधिक प्रभावी होता है।
उचित मात्रा और समय पर उपयोग करने से फसल को अधिकतम लाभ प्राप्त होता है।
➔ खरपतवारों के प्रभावी नियंत्रण से किसानों को समय और श्रम की बचत होती है।
➔ इसे आमतौर पर खरपतवार के 2-3 पत्तों के चरण में इस्तेमाल किया जाता है।
➔ यह विशेषकर घास जैसे खरपतवारों पर कारगर होता है, जो धान की फसल को नुकसान पहुंचाते हैं।

फसल अनुसार उपयोग मात्रा और खरपतवार का नियंत्रण -

फसल का नाम लक्ष्य खरपतवार उपयोग का समय खुराक/एकड़
धान की फसल (रोपाई और सीधी बुवाई) संकरी और घास वर्गीय खरपतवार (इचिनोक्लोआ प्रजाति) (बार्नयार्ड घास) बुआई या रोपाई के 15 - 20 दिन बाद 350 मिली


प्रोडक्ट का उपयोग कैसे करें ? 


➔ लेबल पढ़ें: उपयोग मात्रा, सुरक्षा सावधानियों और प्राथमिक चिकित्सा पर महत्वपूर्ण जानकारी के लिए प्रोडक्ट लेबल और सुरक्षा डेटा शीट का अध्ययन करें।
➔ सुरक्षात्मक सुरक्षा किट पहनें: लेबल पर अनुशंसित अनुसार दस्ताने और फेस शील्ड सहित उचित पीपीई किट छिड़काव के समय पहनें।
➔ मिश्रण और घोल : दवा को सटीक रूप से माप कर और इसे पानी की निर्दिष्ट मात्रा के साथ मिक्स करके एक समान घोल तैयार करें।
➔ उपयोग का समय: लेबल पर बताए अनुसार फसल चरण के दौरान उपयोग करें।
➔ उपयोग मात्रा : अति प्रयोग को रोकने और पर्यावरणीय प्रभाव को कम करने के लिए अनुशंसित उपयोग मात्रा का पालन करें।
➔ पर्यावरण संबंधी बातें: तेज़ हवाओं या आसन्न बारिश से बचते हुए, अनुकूल मौसम की स्थिति में उपयोग करें।  
➔ प्रोडक्ट के अच्छे रिजल्ट के लिए इसका उपयोग हमेशा IFC स्टीकर के साथ करें।  

अक्सर पूछे वाले वाले प्रश्न -

प्रश्न - राइसस्टार क्या है?
उत्तर - यह एक पोस्ट इमर्जेन्स खरपतवारनाशी है जिसका उपयोग धान की फसल में किया जाता है।

प्रश्न - राइसस्टार में क्या मुख्य रासायनिक तत्व होता है?
उत्तर - फेनोक्साप्रॉप-पी-एथिल 6.9 ईसी।

प्रश्न - राइसस्टार का उपयोग कब करना चाहिए?
उत्तर - बुवाई या रोपाई के 15 से 20 दिन बाद।

प्रश्न - राइसस्टार किन खरपतवारों को नियंत्रित करता है?
उत्तर - संकरी पत्तियों वाले खरपतवार, विशेष रूप से घास वर्गीय (इचिनोक्लोआ प्रजाति)।

प्रश्न - राइसस्टार का उपयोग कैसे करें?
उत्तर - 2.3 मिली/लीटर पानी या 35 मिली/15 लीटर पंप (350 मिली/एकड़) के हिसाब से छिड़काव करें।

प्रश्न - राइसस्टार का उपयोग किस फसल में किया जाता है?
उत्तर - धान की रोपाई और धान की सीधी बुवाई वाली फसल।

प्रश्न - राइसस्टार खरपतवार को कैसे नियंत्रित करता है?
उत्तर - यह प्रणालीगत क्रियाविधि से खरपतवार की कोशिकाओं में ACCase एंजाइम को बाधित करता है।

प्रश्न - राइसस्टार के उपयोग से क्या लाभ हैं?
उत्तर - यह विभिन्न प्रकार के घास वर्गीय खरपतवारों को तेजी से नियंत्रित करता है, जिससे फसल को अनावश्यक प्रतिस्पर्धा से मुक्ति मिलती है।

प्रश्न - राइसस्टार का सबसे प्रभावी उपयोग कब होता है?
उत्तर - जब खरपतवार की अवस्था 3 से 5 पत्तियों की होती है।

प्रश्न - क्या राइसस्टार चौड़ी पत्तियों वाले खरपतवार को भी नियंत्रित करता है?
उत्तर - नहीं, इसके लिए अलग से चौड़ी पत्तियों को नियंत्रित करने वाले खरपतवारनाशी का उपयोग करें।



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