tamatar ki kheti

tamatar ki kheti: टमाटर खेती की सम्पूर्ण जानकारी

किसान भाइयों नमस्कार, स्वागत है BharatAgri Krushi Dukan वेबसाइट पर। आज हम जानेंगे tamatar ki kheti (टमाटर की खेती) कैसे करें   और टमाटर की खेती से कम समय में कैसे ज्यादा उत्पादन, टमाटर से ज्यादा पैसे कैसे कमायें की सम्पूर्ण जानकरी। इसी के साथ जानेंगे टमाटर की प्रति एकड़ बीजदर (Tomato seed rate per acre), टमाटर के खेती के लिए उचित मिट्टी (Tomato crop soil), टमाटर की बुवाई का समय (Tomato sowing time) टमाटर की उन्नत किस्मे (Tomato crop best variety) आदि।  

किसान भाइयों अगर आप खेती में रूचि रखते हो और आप खेती से तगड़ा मुनाफा कमाना चाहते हो तो आप टमाटर की खेती (Tomato Crop Farming) करके कम समय में फायदा के सकते हो। टमाटर की बाजार में सालभर ज्यादा मांग होती हैं। टमाटर हमारे स्वास्थ्य के लिए भी फायदेमंद है क्योंकि इसमें पर्याप्त मात्रा में विटामिन, कैल्शियम, आयरन और अन्य खनिज तत्व शामिल हैं। टमाटर बाजार में बेहद कम कीमत पर उपलब्ध हैं और समय- समय इसके भाव आसाम छूने लगते हैं। 

बहुत से किसान टमाटर की उन्नत खेती (Tamatar Ki खेती) करके अच्छा खासा पैसा कमाते हैं, फिर भी कुछ किसान अभी भी नहीं जानते कि टमाटर की खेती (Tomato Farming) सही तरीके से कैसे करें। अगर आप सही तरीके से खेती करेंगे तो आपको उच्च गुणवत्ता वाले टमाटर मिलेंगे, जिन्हें आप बाजार में ऊंचे दाम पर बेच सकते हैं और अच्छा खासा पैसा कमा सकते हैं।


टमाटर सबसे ज्यादा कहां उगाए जाते हैं  | Where are tomatoes generally grown -

किसान भाइयों टमाटर की खेती (Tamatar ki Kheti) के मध्य प्रदेश, उत्तर प्रदेश, महाराष्ट्र, ओडिशा, आंध्र प्रदेश, कर्नाटक, बिहार और पश्चिम बंगाल राज्यों में मुख्य रूप से की जाती जाती है। इन राज्यों के किसान कम समय में टमाटर का ज्यादा उत्पादन निकालकर प्रति एकड़ अनुसार ज्यादा मुनाफा कमा रहे हैं।  


टमाटर की खेती के लिए मिट्टी कैसी होनी चाहियें | What should be the soil for tomato cultivationn -

टमाटर की खेती के लिए जैविक पदार्थों से भरपूर काली दोमट मिट्टी, रेतीली दोमट मिट्टी और लाल दोमट मिट्टी सबसे अच्छी मानी जाती हैं और इन मिट्टी का पीएच 7-8.5 होना चाहिए जिससे आप अच्छा उत्पादन ले सकते हैं।  


टमाटर की  खेती के लिए तापमान कैसे होना चाहियें | What should be the temperature for tomato cultivation -

1. टमाटर की खेती वर्ष के किसी भी समय की जा सकती है।

2. टमाटर के बीजों को अंकुरित होने के लिए 20-25 डिग्री फ़ारेनहाइट तापमान की आवश्यकता होती है।

3. टमाटर के पौधे 18 से 30 डिग्री फ़ारेनहाइट तक के तापमान में पौधों की बढ़वार अच्छी होती हैं।

4. उत्तरी राज्यों में हल्की सर्दियाँ अंकुरण, पौधों की वृद्धि और फल लगने के लिए अनुकूल होती हैं।


टमाटर की बुवाई का समय | Tomato sowing time -

1. खरीफ में टमाटर की बुआई का समय – 10 जून से 31 जुलाई के बीच करना चाहियें।  

2. रबी में टमाटर की बुआई का समय – 1 नवंबर से 20 दिसंबर के बीच करना चाहियें।  

3. जायद या गर्मी में टमाटर की बुआई का समय – 1 फ़रवरी से 30 अप्रैल के बीच करना चाहियें।  


टमाटर की बीजदर प्रति एकड़ | Tomato seed rate per acre - 

साधनानतः टमाटर की खेती के लिए प्रति एकड़ अनुसार टमाटर की बीज दर 60 ग्राम/एकड़ होती हैं।  


टमाटर के एक एकड़ में कितने पौधें की रोपाई की जानी चाहियें | Tomato plant per acre -

1. टमाटर (Tomato transplanting per acre) के एक एकड़ में कितने पौधें की रोपाई आप निम्न अनुसार कर सकते हों - 

2. टमाटर की पौधों से पौधों की दुरी 1 फिट और लाइन से लाइन 3 फिट की दुरी अनुसार - एक एकड़ में 14520 पौधों की रोपाई कर सकते हैं।  

3. टमाटर की पौधों से पौधों की दुरी 2 फिट और लाइन से लाइन 3 फिट की दुरी अनुसार - एक एकड़ में 7260 पौधों की रोपाई कर सकते हैं।  

4. टमाटर की पौधों से पौधों की दुरी 1 फिट और लाइन से लाइन 4 फिट की दुरी अनुसार - एक एकड़ में 10890 पौधों की रोपाई कर सकते हैं। 

5. टमाटर की पौधों से पौधों की दुरी 2 फिट और लाइन से लाइन 4 फिट की दुरी अनुसार - एक एकड़ में 5445 पौधों की रोपाई कर सकते हैं।  


टमाटर की नर्सरी कैसे तैयार करें | How to prepare tomato nursery - 

1. टमाटर के बीजों को सीधे खेत में उगाने के बजाय पहले इन्हें नर्सरी में तैयार किया जाता है.

2. 1 एकड़ टमाटर की फसल तैयार करने के लिए, नर्सरी को निम्न आकार में रखें: लंबाई 3 से 6 मीटर, चौड़ाई 0.6 से 0.7 मीटर और ऊंचाई 0.1 से 0.15 मीटर। 

3. इसके बाद उन क्यारियों में गोबर और खाद को अच्छी तरह मिला दें. इसके अलावा, मिट्टी को उचित मात्रा में कार्बोफ्यूरान से उपचारित करें। ऐसा करने से पौधों को रोगग्रस्त होने से बचाया जा सकता है.

4. बीजों को उपचारित मिट्टी में अच्छी तरह मिला दें और उसके बाद तैयार क्यारियों में सही समय पर सिंचाई कर दें.

5. इसके बाद लगभग 25 से 30 दिनों में टमाटर के पौधे रोपण योग्य हो जाते हैं और उन्हें खेत में लगा दिया जाता है.

6. पौधों को खेत में लगाने से पहले मिट्टी अच्छी तरह से पानी से गीला कर दिया जाता है ताकि पौधें खराब होने की संभावना कम हो जाती हैं।

7. पौधों को खेत में रोपाई से पहले उन्हें कार्बेन्डाजिम या ट्राइकोडर्मा के घोल से 20 से 25 मिनट तक उपचारित करना चाहिए ।  


टमाटर की फसल में उर्वरक/खाद का प्रबंधन | Tomato crop fertilizer management -

1. टमाटर की खेती के लिए अधिक पोषक तत्वों की आवश्यकता होती है, इसलिए यदि आप टमाटर की अच्छी फसल चाहते हैं, तो उचित समय पर खेत में उचित मात्रा में उर्वरक डालें।

2. इसके लिए खेती से दो से तीन सप्ताह पहले खेत में प्रति एकड़ 10 से 15 गाड़ी गोबर की खाद डालकर अच्छी तरह मिट्टी में मिला दें.

3. टमाटर की वृद्धि के लिए गोबर की खाद के अलावा रासायनिक उर्वरक भी आवश्यक हैं।खेत की आखिरी जुताई के बाद प्रति एकड़ 40 किलोग्राम नाइट्रोजन, 25 किलोग्राम पोटैशियम और 30 किलोग्राम फास्फोरस का छिड़काव करें.

4. 5 सप्ताह के बाद पौधों की सिंचाई के समय 10 किलोग्राम नाइट्रोजन डालें।

5. एक माह बाद खेत में 10 किलोग्राम नाइट्रोजन डालकर दोबारा सिंचाई करें।


टमाटर की फसल की सिंचाई का तरीका | Tomato crop irrigation method -

1. खेत की सिंचाई खेत में पौधे लगाने के साथ ही कर देना उचित माना जाता है | जब तक पौधे अंकुरित न हो जाये तब तक खेत में नमी बनी रहनी चाहिए | पौधों के अंकुरित हो जाने पर नष्ट हुए पौधों को बाहर निकाल देना चाहिए |

2. यदि फसल गर्मी के मौसम की है, तो उसे हफ्ते में 3 से 4 दिन के मध्य पानी देते रहना चाहिए और यदि फसल सर्दियों के मौसम की है तो उसमे हफ्ते में एक बार पानी देना चाहिए ताकि उसमे नमी बनी रहे | 

3. जब पौधे से फूल निकल आये तब पानी की मात्रा को सामान्य रखे ताकि फूल ख़राब न हो जाये | जब पौधे फल बनने लगे तब पानी की मात्रा को बढ़ा देना चाहिए ताकि फसल अच्छे से वृद्धि करे|


FAQ | बार - बार पूछे जाने वाले सवाल - 


1. टमाटर का पौधा कितने दिन में फल देता है?

उत्तर- टमाटर की रोपाई के 50 से 55 दिन बाद टमाटर फल देना शुरू कर देता हैं।  

2. टमाटर की ग्रोथ के लिए क्या करें? 

उत्तर- टमाटर की बढ़वार के लिए NPK 19:19:19 - 5 ग्राम/लीटर + ह्यूमिक एसिड - 2 ग्राम/लीटर पानी में घोल कर छिड़काव करें।  

3. टमाटर के पौधे क्यों मर जाते हैं? 

उत्तर- टमाटर की पौधों में विल्ट रोग या पोषक तत्वों की कमी के कारण पौधें मर जाते हैं जिससे उत्पादन कम होता हैं।  

4. टमाटर सड़ने का कारण क्या है?

उत्तर-  ब्लॉसम और रॉट (tomato fruit rot disease) टमाटर में होने वाला एक फल सड़न रोग है, जो सही से पानी न मिलने या कैल्शियम की कमी के कारण होता है।

5. टमाटर के पौधों को कितनी बार खाद देनी चाहिए?

उत्तर-  टमाटर की फसल में मिट्टी परिक्षण के अनुसार और पौधों की अवस्था अनुसार एवं पोषक तत्वों की कमी अनुसार खाद देना चाहियें।  


Conclusion | सारांश - 

किसान भाइयों BharatAgri Krushi Dukan वेबसाईट - “ "टमाटर की खेती (tamatar ki kheti)"  यह ब्लॉग ( लेख ) आपको कैसा लगा? आशा करते है की आपको सारी जानकारी पसंद आई है और आपको आने वाला मौसम मे इसका फायदा भी होगा। "टमाटर की खेती (tamatar ki kheti)"  के बारे में अधिक जानकारी प्राप्त करने के लिए हमारे BharatAgri App को विज़िट करें। धन्यवाद !

 

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लेखक

भारतअ‍ॅग्री कृषि डॉक्टर

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