किसान भाइयों नमस्कार, स्वागत है BharatAgri Krushi Dukan वेबसाइट पर। आज हम जानेंगे soybean spray schedule (सोयाबीन के प्रमुख छिड़काव) के बारें में सम्पूर्ण जानकारी और जानेंगे सोयाबीन की फसल (Soybean Crop) में आने वाली प्रमुख समस्या के नियंत्रण के सम्पूर्ण उपाय और स्मार्ट टिप्स।
सोयाबीन का उपयोग तिलहन फसल के रूप में किया जाता है, क्योंकि इसके बीजों में बहुत अधिक मात्रा में तेल पाया जाता हैं और इसका उपयोग सोयाबीन तेल (Soybean Oil) उत्पादन के लिए किया जाता है। सोयाबीन को गोल्डन बीन्स के नाम से भी जाना जाता है। पिछले दो दशकों में सोयाबीन तेल की खपत में ज्यादा मात्रा से वृद्धि हुई है, जिसके परिणामस्वरूप पर्याप्त जलवायु वाले मध्य भारतीय क्षेत्रों में सोयाबीन की खेती में वृद्धि हुई है। ख़रीफ़ सीज़न के दौरान यह किसानों की पसंद की पहली फसल बन गई है।
सोयाबीन मुख्य रूप से मध्य प्रदेश (PM), महाराष्ट्र, राजस्थान, आंध्र प्रदेश (AP), तेलंगाना, छत्तीसगढ़, गुजरात और कर्नाटक सहित अन्य राज्यों में उगाया जाता है। मध्य प्रदेश और महाराष्ट्र देश के अधिकांश सोयाबीन का उत्पादन करते हैं, जो प्रति वर्ष कुल लगभग 100 मिलियन मीट्रिक टन है।
किसान भाइयों आप को बता दे की सोयाबीन की फसल में कीटों और रोगों की समस्या ज्यादा आती हैं, जिसके कारण उत्पादन में 40% तक कमी होती है। सोयाबीन की फसल में समय रहते अगर कीटों (Soybean Insecticide) और रोगों (Soybean Fungicide) को नियंत्रित करना एक चुनौती हैं, जिसका कारण है इन समस्या को नियंत्रित करने का ज्ञान न होना। तो चलिए जानते हैं सोयाबीन की फसल में आने वाली समस्या (कीटों और रोगों) कैसे नियंत्रित किया जा सकता है इसके स्मार्ट टिप्स के बारें में।
सोयाबीन में पहला छिड़काव | Soybean First Spray
1. सोयाबीन की फसल में पौधों की जड़ों का विकास, विल्ट रोग का नियंत्रण और चूसक कीटों के नियंत्रण के लिए करे ये छिड़काव
2. यूपीएल, साफ (कार्बेन्डाजिम 12% + मैंकोजेब 63% WP) फफूंदनाशी - 2 ग्राम/लीटर पानी अनुसार,
3. धानुका धनप्रीत (एसिटामिप्रिड 20% एसपी) कीटनाशक - 0.5 ग्राम/लीटर पानी अनुसार,
4. योगदान मास्टर रूट (ह्यूमिक एसिड / सुपर पोटेशियम ह्यूमेट 98%) - 2 ग्राम/लीटर पानी अनुसार
5. नोट - दी गई जानकारी अनुसार तीनो एक साथ मिलाकर फसल पर छिड़काव करें।
सोयाबीन में दूसरा छिड़काव | Soybean Second Spray
1. सोयाबीन की फसल में पीला मोज़ेक वायरस के नियंत्रण के लिए करें ये छिड़काव
2. जिओलाइफ नो वायरस - 45 मिली/लीटर पानी
3. बायर कॉन्फिडोर (इमिडाक्लोप्रिड 17.8% SL)- 0.5 मिली/लीटर पानी
4. बायर एम्बिशन (अमीनो एसिड और फुल्विक एसिड) - 2 मिली/लीटर पानी
5. नोट - दी गई जानकारी अनुसार तीनो एक साथ मिलाकर फसल पर छिड़काव करें।
सोयाबीन में तीसरा छिड़काव | Soybean Third Spray
1. सोयाबीन की फसल में फूलों की संख्या और उत्पादन को बढ़ाने के लिए छिड़काव करें
2. गोदरेज डबल (होमोब्रैसिनोलाइड 0.04%) - 1 मिली/लीटर पानी
3. महाधन एनपीके 00:52:34 - 5 ग्राम/लीटर पानी
4. महाधन कॉम्बी - चिलेटिड सूक्ष्मपोषक तत्व - 1 ग्राम/लीटर पानी
5. नोट - दी गई जानकारी अनुसार तीनो एक साथ मिलाकर फसल पर छिड़काव करें।
सोयाबीन में चौथा छिड़काव | Soybean Fourth Spray
1. सोयाबीन की फसल गर्डल बीटल, इल्लियों और एन्थ्रेक्नोज रोग नियंत्रण के साथ उत्पादन बढ़ाने के लिए करें ये छिड़काव करें।
2. बायर एंट्राकोल (प्रोपीनेब 70% डब्लू पी) - 2 ग्राम/लीटर पानी अनुसार
3. एफमसी कोरेजेन (क्लोराँट्रानिलिप्रोल 18.5%) - 0.4 मिली/लीटर पानी अनुसार
4. महाधन 00:00:50 - 5 ग्राम/लीटर पानी अनुसार
5. नोट - दी गई जानकारी अनुसार तीनो एक साथ मिलाकर फसल पर छिड़काव करें।
किसान भाइयों सोयाबीन की फसल में दवाइयों का छिड़काव करते समय हमें ध्यान रखना है की मिट्टी में पर्याप्त में नमी होनी चाहियें, दवाइयों का सही मात्रा में उपयोग, कीटों, रोगों और फसल समस्या के अनुसार दवाइयों का चयन करें। मुख्य रूप से आप, दवाइयों के साथ चिपको का उपयोग करके फसल में छिड़काव करना चाहियें।
FAQ | बार - बार पूछे जाने वाले सवाल -
1. सोयाबीन में कौन सी दवाई का छिड़काव करना चाहिए?
उत्तर - सोयाबीन में खरपतवार के नियंत्रण के लिए धानुका मैक्स-सोया (क्विज़ालोफॉप एथिल 10% ईसी + क्लोरिमुरॉन एथिल 25% डब्ल्यू पी) - 150 मिली प्रति एकड़ अनुसार 150 लीटर पानी में घोल कर छिड़काव करें।
2. सोयाबीन में कौन सी कीटनाशक डालना चाहिए?
उत्तर -सोयाबीन की फसल में सभी चूसक कीटों और इल्लियों के नियंत्रण के लिए सिंजेंटा एम्प्लिगो (क्लोरेंट्रानिलिप्रोल 09.30% + लैम्ब्डा साइहलोथ्रिन 04.60% ZC) कीटनाशक - 100 मिली/एकड़ अनुसार से छिड़काव करें।
3. सोयाबीन पीली पड़ने पर क्या करें?
उत्तर - सोयाबीन में पीलापन या पीला मोज़ेक वायरस को नियंत्रित करने के लिए हमें जिओलाइफ नो वायरस 45 मिली/लीटर पानी अनुसार, बायर कॉन्फिडोर (इमिडाक्लोप्रिड 17.8% SL)- 0.5 मिली/लीटर पानी अनुसार, बायर एम्बिशन (अमीनो एसिड और फुल्विक एसिड) - 2 मिली/लीटर पानी अनुसार छिड़काव करें।
4. सोयाबीन की वृद्धि के लिए सबसे महत्वपूर्ण कारक क्या है?
उत्तर - सोयाबीन के पौधों को अच्छी तरह से विकसित होने और जल्दी से अंकुरित होने के लिए न्यूनतम मिट्टी के तापमान लगभग 16°C की आवश्यकता होती है। सोयाबीन की फसल से ज्यादा उत्पादन में लिए प्रमुख कारक पोषक तत्वों का सही प्रबंधन हैं।
5. सोयाबीन में पीले पत्ते किस कारण से होते हैं?
उत्तर - सोयाबीन की पीली पत्तियां आमतौर पीला मोज़ेक वायरस की समस्या के कारण होती हैं और इसी के साथ पोषक तत्वों की कमी के कारण होती हैं, विशेष रूप से नाइट्रोजन, लौह, मैंगनीज या पोटेशियम की कमी के कारण।
Conclusion | सारांश -
किसान भाइयों BharatAgri Krushi Dukan वेबसाईट - “ soybean spray schedule (सोयाबीन के प्रमुख छिड़काव) ” यह ब्लॉग ( लेख ) आपको कैसा लगा? आशा करते है की आपको सारी जानकारी पसंद आई है और आपको आने वाला मौसम मे इसका फायदा भी होगा। soybean spray schedule (सोयाबीन के प्रमुख छिड़काव) के बारे में अधिक जानकारी प्राप्त करने के लिए हमारे BharatAgri App को विज़िट करें। धन्यवाद !
लेखक
भारतअॅग्री कृषि एक्सपर्ट