बदलते हुए मौसम को देखते हुए प्याज की फसल लेने वाले किसान भाइयो के लिए प्याज की फसल में थ्रिप्स कीट का नियंत्रण (Pyaj Ki Fasal Me Thrips Keet Ka Niyantran) करना एक चुनौती बनी हुई है, जिससे फसल उत्पादन में काफी प्रभाव पड़ सकता है, और उत्पादन कम मिल सकता है।
प्याज की फसल में थ्रिप्स कीट का नियंत्रण | Thrips pest control in onion crop Details in Hindi
- थ्रिप्स या तैला कीट प्याज की फसल में लगने वाला एक प्रमुख कीट है, थ्रिप्स एक छोटे आकार का कीट होता है, जो शुरुआत में ये कीट फसल की पत्तियों पर बैठकर उनका रस चूसते हैं, जिस कारन वश पत्तियों पर चमकीली चांदी जैसी धारियां बन जाती है.
- थ्रिप्स का फसल में प्रकोप बढ़ने पर पत्तियों में पीले सफेद या भूरे रंग के धब्बे भी पड़ने लगते हैं. देखा जाये तो ये कीट शुरुवाती की अवस्था में पीले रंग का होता है जो आगे चलकर काले भूरे रंग का दिखाई देता है।
- थ्रिप्स (तैला) का जीवन काल 8-10 दिन होता है। वयस्क थ्रिप्स की औसतन लम्बाई 1-2 मिलीमीटर होती है तथा ये आकार में पतले होते हैं ।
- थ्रिप्स का जीवन चक्र निम्न चरण में होता है जैसे - पहला अंडा, दूसरा इन्स्टार लार्वा, प्री-प्यूपा, प्यूपा और वयस्क। फसल से अच्छा उत्पादन लेने के लिए हमें प्याज की फसल में थ्रिप्स कीट का नियंत्रण करना बहुत जरुरी है।
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प्याज की फसल में जलेबी रोग का नियंत्रण | Pyaj Ke Jalebee rog ka niyantran
- प्याज की फसल में जलेबी रोग थ्रिप्स या तैला कीट के कारन होता है। प्याज के पौधो पर थ्रिप्स के ज्यादा प्रकोप होने पर उस जगह कवक लगना शरू हो जाता है जिसे हम जलेबी रोग के नाम से जानते है।
- जलेबी रोग के कारन प्याज की सीधे सरल पत्ते घुमावदार होकर जलेबी जैसे हो जाते हैं। जिससे नीचे कंद का विकास नहीं हो पाता। और फसल से उत्पादन नहीं अच्छा नहीं मिल पता है।
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प्याज की फसल में थ्रिप्स कीट और जलेबी रोग का रासायनिक नियंत्रण -
- धानुका फैक्स (फिप्रोनिल 5% एससी) को 400 मिली 150 - 200 लीटर पानी में घोल कर प्रति एकड़ फसल में छिड़काव करें, या फिर
- धानुका अरेवा (थियामेथोक्सम 25% डब्ल्यूजी) को 80 ग्राम 150 - 200 लीटर पानी में घोल कर प्रति एकड़ फसल में छिड़काव करें, या फिर
- बायर कॉन्फिडोर (इमिडाक्लोप्रिड 200 एसएल(17.8% ww) को 100 मिली 150 - 200 लीटर पानी में घोल कर प्रति एकड़ फसल में छिड़काव करें, या फिर
- पीआय ओशीन (डिनोटेफुरान 20% एसजी) 80 - 100 ग्राम 150 - 200 लीटर पानी में घोल कर प्रति एकड़ फसल में छिड़काव करें, या फिर
- धानुका जैपैक (थियामेथोक्सम 12.6% + लैम्ब्डा साइहलोथ्रिन 9.5% ZC ) को 80 मिली 150 - 200 लीटर पानी में घोल कर प्रति एकड़ फसल में छिड़काव करें, या फिर
- बायर लेसेंटा - इमिडाक्लोप्रिड 40% + फिप्रोनिल 40% डब्ल्यूडब्ल्यू डब्ल्यूजी (80 WG) को 40 ग्राम 150 - 200 लीटर पानी में घोल कर प्रति एकड़ फसल में छिड़काव करें, या फिर
- बायर जंप ( फिप्रोनिल 80 % डब्ल्यूजी) 40 - 50 ग्राम 150 - 200 लीटर पानी में घोल कर प्रति एकड़ फसल में छिड़काव करें।
यहाँ हिंदी में Onion Pest Management टिप्स पढ़ें!
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प्याज की फसल में थ्रिप्स कीट और जलेबी रोग का जैविक नियंत्रण -
- प्याज की फसल में थ्रिप्स कीट नियंत्रण रखने के लिए पीले अथवा नीले चिपचिपे जाल (स्टीकी ट्रैप) का 20 - 25 प्रति एकड़ प्रयोग करें ।
- अत्याधिक संक्रमित अवशेषों को हटा दें और नष्ट कर दें क्योंकि यह आगे संक्रमण का स्त्रोत बनते है ।
- प्याज की फसल में थ्रिप्स कीट नियंत्रण हेतु गर्मी में खेत की गहरी जुताई करनी चाहिए।
- प्याज की फसल में अधिक नाइट्रोजन उर्वरक का प्रयोग ना करें क्योकि इससे थ्रिप्स कीटआक्रशित होते है।
- नीम तेल का 2 से 5 मिली प्रति लीटर के हिसाब से छिड़काव करे।
- वेरिया बेसियाना@ 500 ग्राम/एकड़ की दर से 150 - 200 लीटर पानी में मिलाकर छिड़काव करें।
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ध्यान रखने योग्य बातें - फसल में किसी भी प्रकार की दवाई का छिड़काव करते समय स्टिकर या चिपको का उपयोग दवाई के साथ करना ना भूले।