मिर्च के पौधों में पर्ण कुंचन (लीफ कर्ल) बीमारी एक वायरस से फैलती है, मिर्च में कुकड़ा/ पर्ण कुंचन (chilli Leaf curl virus Details in Hindi) (ChiLCV) एक विषाणु जनित रोग है,जो सफेद मक्खी से ज्यादा फैलता हैं, जिसमें मिर्च की पत्तिया मुड़ जाती हैं और पीली पड़ने लगती हैं, पत्तियों की शिराएं मोटी हो जाती है जिससे पत्तियां मोटी दिखाई पड़ती है, पत्तियों का आकार भी छोटा होने लगता है। इस बीमारी के प्रकोप से पौधों का विकास रुक जाती है, पौधे झाड़ीनुमा दिखाई पडते हैं. पौधों पर फल लगना कम हो जाते हैं फल लगते भी हैं तो कुरूप हो जाते हैं, मिर्च में पर्ण कुंचन/ कुकड़ा (chilli Leaf curl virus in Hindi) रोगग्रसित पौधे से दूसरे पौधे में फैलता है। इस बीमारी की वजह से मिर्च की खेती करने वाले किसानों को हर साल भारी नुकसान उठाना पड़ता है।
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मिर्च में पर्ण कुंचन/ कुकड़ा वायरस का रासायनिक नियंत्रण | Chemical control of chilli leaf curl virus
- धानुका फैक्स (फिप्रोनिल 5% एससी) को 400 मिली 150 - 200 लीटर पानी में घोल कर प्रति एकड़ फसल में छिड़काव करें, या फिर
- धानुका अरेवा (थियामेथोक्सम 25% डब्ल्यूजी) को 80 ग्राम 150 - 200 लीटर पानी में घोल कर प्रति एकड़ फसल में छिड़काव करें, या फिर
- बायर कॉन्फिडोर (इमिडाक्लोप्रिड 200 एसएल(17.8% ww) को 100 मिली 150 - 200 लीटर पानी में घोल कर प्रति एकड़ फसल में छिड़काव करें, या फिर
- पीआय ओशीन (डिनोटेफुरान 20% एसजी) 80 - 100 ग्राम 150 - 200 लीटर पानी में घोल कर प्रति एकड़ फसल में छिड़काव करें, या फिर
- धानुका जैपैक (थियामेथोक्सम 12.6% + लैम्ब्डा साइहलोथ्रिन 9.5% ZC ) को 80 मिली 150 - 200 लीटर पानी में घोल कर प्रति एकड़ फसल में छिड़काव करें, या फिर
- बायर लेसेंटा - इमिडाक्लोप्रिड 40% + फिप्रोनिल 40% डब्ल्यूडब्ल्यू डब्ल्यूजी (80 WG) को 40 ग्राम 150 - 200 लीटर पानी में घोल कर प्रति एकड़ फसल में छिड़काव करें, या फिर
- बायर जंप ( फिप्रोनिल 80 % डब्ल्यूजी) 40 - 50 ग्राम 150 - 200 लीटर पानी में घोल कर प्रति एकड़ फसल में छिड़काव करें।
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मिर्च में पर्ण कुंचन/ कुकड़ा (chilli Leaf curl virus) रोग का जैविक नियंत्रण -
- मिर्च में पर्ण कुंचन/ कुकड़ा (chilli Leaf curl virus) रोग नियंत्रण रखने के लिए पीले अथवा नीले चिपचिपे जाल (स्टीकी ट्रैप) का 20 - 25 प्रति एकड़ प्रयोग करें ।
- अत्याधिक संक्रमित अवशेषों को हटा दें और नष्ट कर दें क्योंकि यह आगे संक्रमण का स्त्रोत बनते है ।
- मिर्च में पर्ण कुंचन/ कुकड़ा (chilli Leaf curl virus) रोग नियंत्रण हेतु गर्मी में खेत की गहरी जुताई करनी चाहिए।
- मिर्च की फसल में अधिक नाइट्रोजन उर्वरक का प्रयोग ना करें
- नीम तेल का 2 से 5 मिली प्रति लीटर के हिसाब से छिड़काव करे।
- वेरिया बेसियाना@ 500 ग्राम/एकड़ की दर से 150 - 200 लीटर पानी में मिलाकर छिड़काव करें।
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ध्यान रखने योग्य बातें - फसल में किसी भी प्रकार की दवाई का छिड़काव करते समय स्टिकर या चिपको का उपयोग दवाई के साथ करना ना भूले।