cucumber diseases

cucumber diseases: खीरे की फसल के रोग और नियंत्रण

 नमस्कार किसानों भाइयों भारतअग्री कृषि दुकान में आपका स्वागत है, क्या आप स्वस्थ और अच्छी खीरे की फसल करना चाहते है और जानने चाहते हैं कि खीरे में आने वाले रोग और इस बीमारी को जड़ से कैसे ख़त्म करें और किस तरह से रोगों का नियंत्रण करके लाखों में आमदानी बढ़ाएं तो आप सही जगह हैं, क्योंकि आज हम इस लेख के माध्यम से खीरे में लगने वाले रोग और नियंत्रण के बारे में सम्पूर्ण जानकारी जानेंगे। 

खीरे की  फसल कम समय में अत्याधिक मुनाफा दे जाती है, परन्तु आज की आधुनिक खेती के चक्कर में किसान फसलों पर अधिक मात्रा में दवाओं का छिड़काव करते हैं, जिस कारण फसल पूरी तरह से बर्बाद हो जाती है। इसलिए पौधों पर अधिक ध्यान पूर्वक लक्ष्य देना चाहिए। चलिए, आगे बढ़ते हैं और खीरे की खेती के बारे में सभी रोग और नियंत्रण के बारे में विस्तार से जानते हैं।

 

खीरे की फसल के रोग - 

खीरे में लगने वाले रोग | cucumber diseases -

1. उकठा रोग
2. पाउडरी मिल्ड्यू
3. डाउनी मिल्ड्यू
4. एन्थ्रेक्नोज
5. अल्टरनेरिया लीफ स्पॉट
6. वायरस

खीरे की फसल के रोग | cucumber plant diseases -

👉पाउडरी मिल्ड्यू - 

Powdery Mildew यह रोग खीरे की फसल में पोडोस्फेरा ज़ैंथी नामक फंगस के कारण आता है। किसान भाइयों, एक बात हमेशा ध्यान रखें कि इस रोग के सफ़ेद कलर के दाग आपको पौधे के पुराने पत्तों की ऊपरी सतह पर दिखाई देंगे। साथ ही, यह रोग अधिक तापमान और ठंड में अधिक ज्यादा दिखाई देता है।

👉डाउनी मिल्ड्यू - 

Downy Mildew यह रोग खीरे की फसल में स्यूडोपेरोनोस्पोरा क्यूबेंसिस नामक फंगस के कारण आता है। यह रोग बारिश के मौसम में अधिक प्रकट होता है, और पौधे के पत्तियों की ऊपरी सतह पर पिले कलर के धब्बे दिखते हैं। जब आर्द्रता अधिक होती है तो यह रोग अधिक तेजी से फैलता है।

👉कुकुम्बर मोजेक वायरस -

Cucumber mosaic virus एफिड्स के वजह से खीरे के पौधों पर फैलता है। नई पत्तियाँ नीचे की ओर मुड़ी हुई होती हैं, और पत्तियाँ बारी-बारी से हल्के हरे और गहरे हरे रंग के धब्बों के साथ गंभीर रूप से धब्बेदार हो जाती हैं। पौधों की वृद्धि कम होती है और फल ऊबड़-खाबड़ उभारों से ढक जाते हैं। गंभीर रूप से प्रभावित खीरे का फल लगभग पूरी तरह से सफेद हो सकता है। 

खीरे की फसल के रोग नियंत्रण -

1. वायरस और रोग प्रतिरोधक बीज का उपयोग करें। 
2. खेत की जुताई करके मिट्टी को धूप में सूखा देना चाहिए। 
3. खीरे की फसल में रास चूसक कीड़ों के नियंत्रण के लिए नील पिले स्टिकी ट्रैप लगाए। 
4. रोग आने के पहले आप नीम आइल, जैवक किटक और कवक नाशक का उपयोग करें। 
5. रोगों का प्रकोप ज्यादा बढ़ने के बाद रासायिक दवा का प्रयोग करना चाहिए। 


खीरा की दवा | Fungicide for cucumber diseases - 

रोग 

दवा / कंपनी 

सामग्री 

डोज / एकड़ 

पाउडरी मिल्ड्यू 

1.एमिस्टार टॉप (सिंजेन्टा) (Amistar Top)



2.नेटिवो (बायर)



3.हारु (सुमिटोमो) 

एज़ॉक्सीस्ट्रोबिन १८.२% + डाइफेनोकोनाज़ोल ११.४% एससीएस सी 



टेबुकोनाज़ोल + ट्राइफ्लॉक्सीस्ट्रोबिन ७५डब्ल्यूजी


टेबुकोनाज़ोल 10% + सल्फर 65% डब्लू जी 

200 मिली 





100 ग्राम 




500 ग्राम 

डाउनी मिल्ड्यू

1. कर्ज़ेट (डाऊ)




2. निसोडियम (धानुका)



3. एक्रोबैट (बीएएसएफ)  

मैनकोज़ेब 64% + साइमोक्सैनिल 8% डब्ल्यू पी


साइफ्लुफेनामाइड 5% ईडब्ल्यू



डिमेथोमोर्फ 50% डब्ल्यूपी



500 ग्राम 




200 मिली 



250 ग्राम 

कुकुम्बर मोजेक वायरस

1.एडमायर (बायर)



2.मार्शल (एफएमसी)



3.कीफन (पीआई)

इमिडाक्लोप्रिड 70% डब्ल्यूजी



कार्बोसल्फान 25% ईसी



टोल्फेनपायरैड 15% ईसी

100 ग्राम 



500 मिली 



500 मिली 



Conclusion | सारांश - 

किसान भाइयों हमें उम्मीद है खीरे की फसल में लगने वाले रोग से सम्बंधित यह लेख आपको पसंद आया होगा। यदि आपको खीरे की खेती से सम्बंधित कुछ सुझाव या प्रश्न हैं तो हमें कमेंट बॉक्स में बताएं। साथ ही इस लेख को अपने अन्य किसान दोस्तों के साथ शेयर करना ना भूलें। खेती संबधित अन्य जानकारी को पढ़ने या फिर समझने के लिए हमारे भारतअग्री कृषि दुकान के साथ जुड़ें रहे।


खीरे की खेती से सम्बंधित अक्सर पूछे जानें वाले सवाल | FAQs - 

1. खीरा में कौन कौन से रोग लगते हैं?

जवाब - उकठा रोग, पाउडरी मिल्ड्यू, डाउनी मिल्ड्यू, एन्थ्रेक्नोज, अल्टरनेरिया लीफ स्पॉट, CMV - वायरस आदि रोग लगते है। 

2. खीरे के पौधों को कीड़ों से कैसे बचाएं?

जवाब - 10 से 15 नीले ओर पीले स्टिकी ट्रैप लगाकर रास चूसक कीड़ों से खीरे को बचा सकते हैं।

3. झुलसा रोग किस नामक फंगल से होता है?

जवाब - डिडिमेला ब्रायोनिए नामक फंगल के कारण झुलसा रोग होता है। 

4. खीरे में जड़ सड़ने के लक्षण क्या हैं?

जवाब - पौधे की जड़ ब्राउन कलर की हाथ में आसानी से टूटकर आती है।  

5. पाउडरी मिल्ड्यू के लिए कौनसी दवा का प्रयोग करें?

जवाब - एमिस्टार टॉप, नेटिवो, हारु यह दवा का छिड़काव करें। 

6. डाउनी मिल्ड्यू के लिए कौनसी दवा का प्रयोग करें?

जवाब - कर्ज़ेट, निसोडियम, एक्रोबैट यह दवा का छिड़काव करें।  

 

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लेखक - 

भारतअग्रि कृषि एक्सपर्ट

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