यूपीएल आइरिस खरपतवारनाशी (सोडियम एसिफ्लोरफेन 16.5% + क्लोडिनाफॉप प्रोपरगिल 8% ईसी)

यूपीएल आइरिस खरपतवारनाशी (सोडियम एसिफ्लोरफेन 16.5% + क्लोडिनाफॉप प्रोपरगिल 8% ईसी)
Dosage | Acre |
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यूपीएल आइरिस खरपतवारनाशी (सोडियम एसिफ्लोरफेन 16.5% + क्लोडिनाफॉप प्रोपरगिल 8% ईसी) की सम्पूर्ण जानकारी -
यूपीएल आइरिस यह एक पोस्ट इमर्जेन्स, ब्रॉड-स्पेक्ट्रम और सेलेक्टिव खरपतवारनाशी है, इसका मुख्य रूप से उपयोग सोयाबीन की फसल में सम्पूर्ण खरपतवार जैसे– संकरी, चौड़ी और वार्षिक खरपतवार को नियंत्रित करने के लिए उपयोग किया जाता है। इसका छिड़काव फसल बुवाई के 15 से 20 दिनों बाद, जब खरपतवार की अवस्था 2 से 4 पत्तियों की हो तो उपयोग करना चाहियें। यह खरपतवारनाशी प्रणालीगत और दोहरी शक्ति से खरपतवार को नियंत्रित करता है।
प्रोडक्ट का नाम | आइरिस खरपतवारनाशी |
प्रोडक्ट कंटेंट |
सोडियम एसिफ्लोरफेन 16.5% + क्लोडिनाफॉप प्रोपरगिल 8% ईसी
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कंपनी का नाम | यूपीएल |
प्रोडक्ट का वर्ग |
खरपतवारनाशी (सेलेक्टिव, पोस्ट इमर्जेन्स)
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प्रोडक्ट की कार्यविधि | प्रणालीगत |
फसल में उपयोग | सोयाबीन |
खरपतवार का नियंत्रण | संकरी और चौड़ी पत्तियों का नियंत्रण |
उपयोग का समय |
फसल बुवाई के 15 से 20 दिनों बाद और खरपतवार की 2 से 4 पत्तियों वाली अवस्था में, जब मिट्टी में पर्याप्त नमी हो।
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उपयोग मात्रा |
2.6 मिली प्रति लीटर पानी
40 मिली प्रति पंप (15 लीटर पंप) 400 मिली/एकड़ अनुसार छिड़काव करें। |
यूपीएल आइरिस खरपतवारनाशी का कंटेंट/रासायनिक संरचना -
आइरिस खरपतवारनाशी में कंटेंट सोडियम एसिफ्लोरफेन 16.5% + क्लोडिनाफॉप प्रोपरगिल 8% ईसी फार्मूलेशन युक्त रसायन पाया जाता है। यह प्रणालीगत क्रियाविधि से सभी प्रकार के खरपतवार को नियंत्रित करता है। इसका मुख्य रूप से उपयोग खरपतवार के उगने के बाद किया जाता है।
प्रोडक्ट की कार्य विधि -
आइरिस खरपतवारनाशी में सोडियम एसिफ्लोरफेन यह एक न्यूरोनाल विशेषिका (neuronal nicotinic acetylcholine receptor agonist) है जो कीटनाशक के रूप में कार्य करता है। यह कीटों के तंतुरित्र तंतु में इंडोलिनिक एसिड के साथ संयुक्त होता है, जिससे आस्किन और ब्रेन डिफ़ॉर्मिंग पेप्टाइड (ADP) के सिंथेसिस पर असर करता है।क्लोडिनाफॉप प्रोपरगिल यह एक पोस्ट-इमर्जेंस हरबिसाइड है जो विकसित पौधों में विशिष्ट एंजाइम, यानी, एसीपी सिन्थेसिजिंग का अस्थायी निषेध करता है, जिससे वे मर जाते हैं।
प्रोडक्ट की विशेषताएं और लाभ -
➜ आइरिस खरपतवारनाशी फसलों में लंबे समय तक खरपतवारों को नियंत्रित करता है, जिससे फसलें स्वस्थ और खरपतवार मुक्त रहती हैं।
➜ यह संकरी और चौड़ी पत्तियों वाले दोनों प्रकार के खरपतवारों को प्रभावी रूप से नियंत्रित करता है।
➜ आइरिस खरपतवारनाशी तेजी से पौधों द्वारा अवशोषित होता है, जिससे जल्दी परिणाम मिलते हैं और खरपतवारों का नियंत्रण समय पर होता है।
➜ यह खरपतवारनाशी चयनात्मक रूप से काम करता है, जिससे फसलों को बिना नुकसान पहुँचाए केवल खरपतवारों को समाप्त करता है।
➜ आइरिस का उपयोग करने से खरपतवार नियंत्रण की लागत में कमी आती है, क्योंकि इसका प्रभाव लंबे समय तक रहता है और बार-बार छिड़काव की आवश्यकता नहीं होती।
➜ खरपतवारों के नियंत्रण के कारण पौधों को पोषक तत्वों, पानी, और धूप की पूरी उपलब्धता मिलती है, जिससे फसल की उपज में वृद्धि होती है।
➜ इस खरपतवारनाशी का उपयोग करना सुरक्षित और आसान है, और यह पर्यावरण के लिए भी सुरक्षित है।
➜ यह खरपतवारनाशी अनुकूल और प्रतिकूल दोनों मौसम स्थितियों में प्रभावी ढंग से काम करता है, जिससे खरपतवार नियंत्रण हमेशा सुनिश्चित होता है।
फसल अनुसार उपयोग मात्रा और खरपतवार का नियंत्रण -
फसल का नाम | खरपतवार का नियंत्रण | मात्रा/एकड़ |
सोयाबीन | संकरी और चौड़ी पत्ती वाले खरपतवार |
400 मिली प्रति एकड़
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उपयोग का समय - जब खरपतवार 1-2 पत्ती की अवस्था में हों तो उगने के तुरंत बाद उपयोग करें। सुनिश्चित करें कि उपयोग के समय मिट्टी में अच्छी नमी हो और अगले 2 से 3 घंटों में वर्षा की संभावना न हो।
प्रोडक्ट का उपयोग कैसे करें ?
➜ लेबल पढ़ें: उपयोग मात्रा, सुरक्षा सावधानियों और प्राथमिक चिकित्सा पर महत्वपूर्ण जानकारी के लिए प्रोडक्ट लेबल और सुरक्षा डेटा शीट का अध्ययन करें।
➜ सुरक्षात्मक सुरक्षा किट पहनें: लेबल पर अनुशंसित अनुसार दस्ताने और फेस शील्ड सहित उचित पीपीई किट छिड़काव के समय पहनें।
➜ मिश्रण और घोल : दवा को सटीक रूप से माप कर और इसे पानी की निर्दिष्ट मात्रा के साथ मिक्स करके एक समान घोल तैयार करें।
➜ उपयोग का समय: लेबल पर बताए अनुसार फसल चरण के दौरान उपयोग करें।
➜ उपयोग मात्रा : अति प्रयोग को रोकने और पर्यावरणीय प्रभाव को कम करने के लिए अनुशंसित उपयोग मात्रा का पालन करें।
➜ पर्यावरण संबंधी बातें: तेज़ हवाओं या आसन्न बारिश से बचते हुए, अनुकूल मौसम की स्थिति में उपयोग करें।
➜ प्रोडक्ट के अच्छे रिजल्ट के लिए इसका उपयोग हमेशा IFC स्टीकर के साथ करें।
अक्सर पूछे वाले वाले प्रश्न-
प्रश्न - आइरिस क्या है?
उत्तर- आइरिस एक प्रणालीगत खरपतवारनाशी है जो सोयाबीन फसल में संकरी और चौड़ी पत्तियों वाले खरपतवारों को नियंत्रित करती है।
प्रश्न - इसका उपयोग किस फसल में किया जा सकता है?
उत्तर- यह फसलों में, विशेषतः सोयाबीन में उपयोग के लिए अनुकूल है।
प्रश्न - आइरिस खरपतवारनाशी का उपयोग कितने दिनों के बाद करें?
उत्तर- यह फसल बुवाई के 15 से 20 दिनों बाद, खरपतवार की 2 से 4 पत्तियों वाली अवस्था में उपयोग करना चाहिए।
प्रश्न - आइरिस खरपतवारनाशी की उपयोग मात्रा क्या है?
उत्तर- सोयाबीन फसल में, 400 मिली प्रति एकड़ की मात्रा अनुशंसित है।
प्रश्न - इसका प्रभाव कितने समय तक रहता है?
उत्तर- आइरिस खरपतवारनाशी का प्रभाव फसल में लंबे समय तक रहता है, जिससे खरपतवारों को सम्पूर्ण रूप से नियंत्रित किया जा सकता है।
प्रश्न - क्या इसे बार-बार छिड़काव करना चाहिए?
उत्तर- नहीं, इसका एक छिड़काव फसल के लंबे समय तक पर्याप्त होता है और बार-बार छिड़काव की आवश्यकता नहीं होती।





