धानुका टारगा सुपर क्विज़ालोफ़ॉप इथाइल 5% EC खरपतवारनाशक
धानुका टारगा सुपर क्विज़ालोफ़ॉप इथाइल 5% EC खरपतवारनाशक
Dosage | Acre |
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धानुका टारगा सुपर खरपतवारनाशी (क्विज़ालोफ़ॉप इथाइल 5% ई सी) की सम्पूर्ण जानकारी -
धानुका टरगा सुपर खरपतवारनाशी का उपयोग मुख्य रूप से सोयाबीन, कपास, मूंगफली, उड़द और प्याज की फसल में संकरी पत्तियों वाले खरपतवार को नियंत्रित करने के लिए उपयोग किया जाता है। इस खरपतवारनाशी का उपयोग करने से फसल में उगने वाले सभी प्रकार के संकरी पत्तियों वाले खरपतवार तुरंत ख़म हो जाते है। टरगा सुपर में पाए जाने वाला रसायन क्विज़ालोफ़ॉप इथाइल 5% ई सी प्रणालीगत और संपर्क क्रिया विधि से खरपतवार जैसे सांवा, गूज घास, फॉक्स टेल, दूब घास, लार्ज कैब घास, काँस, जंगली ज्वार, वोलेन्टियर धान, वोलेन्टियर मक्का, वोलेन्टियर ज्वार, वोलेन्टियर बाजरा आदि का सफलतापूर्वक नियंत्रित करता है।
प्रोडक्ट का नाम | टरगा सुपर खरपतवारनाशी |
प्रोडक्ट का कंटेंट | क्विज़ालोफॉप इथाइल 5% ईसी |
कंपनी का नाम | धानुका |
प्रोडक्ट का वर्ग | खरपतवारनाशी |
प्रोडक्ट की कार्यविधि | प्रणालीगत और संपर्क |
फसलों में उपयोग | प्याज, सोयाबीन, कपास, मूंगफली, उड़द |
खरपतवार का नियंत्रण |
सांवा, गूज घास, फॉक्स टेल, दूब घास, लार्ज कैब घास, काँस, जंगली ज्वार, वोलेन्टियर धान, वोलेन्टियर मक्का, वोलेन्टियर ज्वार, वोलेन्टियर बाजरा आदि।
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उपयोग का समय |
फसल की बुवाई या रोपाई के 21 दिनों बाद, खरपतवार की 2 से 4 पत्तियों वाली अवस्था में उपयोग करें।
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उपयोग मात्रा | 2 मिली/लीटर. 30 मिली/पंप (15 लीटर पंप) 300 मिली/एकड़ छिड़काव करें। |
धानुका टरगा सुपर कंटेंट या रासायनिक संरचना -
टरगा सुपर खरपतवारनाशी में पाए जाने वाला कंटेंट क्विज़ालोफॉप इथाइल 5% ई सी फार्मूलेशन युक्त रासायनिक संरचना पाई जाती है जो प्रणालीगत और संपर्क क्रिया द्वारा सभी प्रकार के संकरी पत्तियों वाले खरपतवार को ख़त्म करता है।
प्रोडक्ट के कार्यविधि -
टरगा सुपर खरपतवारनाशी के छिड़काव के बाद यह खरपतवार के सम्पूर्ण भागों में फ़ैल जाता है और अंतःक्रिया विधि से खरपतवार को ख़त्म करता है और दुबारा से उगने नहीं देता है । इसके उपयोग के बाद यह पत्तियों द्वारा तुरंत अवशोषित हो या शोख लिया जाता है जिससे 1 घंटे बाद भी बारिश होती है तो इसका प्रभाव कम नहीं होता है। इसके उपयोग के बाद 5 से 8 दिनों बाद खरपतवार की पत्तियां बैगनी लाल पड़ जाती है और 10 से 15 दिनों में खरपतवार सूख कर मर जाते है।
प्रोडक्ट की विशेषताएं एवं लाभ -
➔ टरगा सुपर फसलों में उगने वाले सभी प्रकार के संकरी पत्तियों वाले खरपतवार को तुरंत नियंत्रित करता है।
➔ यह प्रणालीगत और संपर्क क्रियाविधि से खरपतवार के सम्पूर्ण भागों में पहुंचकर खरपतवार को ख़त्म करता है।
➔ इस खरपतवारनाशी के खास बात यह है की यह खरपतवार को जलाता नहीं है बल्कि तुरंत ख़त्म कर देता है।
➔ इसका उपयोग करने के बाद खरपतवार तुरंत ख़त्म तो हो जाते है और बाद में उगने भी नहीं देता है।
➔ इसके छिड़काव के बाद मरे हुए खरपतवार जैविक खाद में परिवर्तित हो जाते है जिससे फसल का विकास होता है।
➔ कास ओर दुब घास जैसे बारहमासी खरपतवार को ख़त्म करने के लिए इसका प्रति एकड़ अनुसार 600 मिली मात्रा का उपयोग करना चाहियें।
➔ ध्यान रखें धान, गेहूँ, सरसो, मक्का, जौ, मोती बाजरा, गन्ने आदि फसलों में इसका उपयोग नहीं किया जाना है क्योकि इसकी सिफारिश नहीं दी जाती है।
फसल अनुसार उपयोग मात्रा और खरपतवार का नियंत्रण -
फसलों के नाम | खरपतवार का नियंत्रण | मात्रा/एकड़ |
सोयाबीन | इचिनोक्लोआ क्रस-गैली, ई. कोलोना, एराग्रोस्टिस एसपी। | 300 - 400 मिली |
कपास | इचिनोक्लोआ क्रुस-गैली, इचिनोक्लोआ कोलोना, डाइनब्रा रेट्रोफ्लेक्सा, डिजिटेरिया मार्जिनटा | 300 - 400 मिली |
मूंगफली | इचिनोक्लोआ कोलोनम, डाइनब्रा रेट्रोफ्लेक्सा, डैक्टाइलोक्टेनियम एसपी। | 300 - 400 मिली |
उड़द | एलुसीन इंडिका, डैक्टाइलोकेनियम एजिपटियम, डिजिटेरिया सेंगुइनैलिस, एराग्रोस्टिस एसपी., पस्पालिडियम एसपी., इचिनोक्लोआ एसपी., डाइनब्रा रेट्रोफ्लेक्सा | 300 - 400 मिली |
प्याज | डिजिटेरिया एसपी., एलुसीन इंडिसिया, डैक्टाइलोक्टेनियमएजिप्टियम, एराग्रोस्टिस एसपी., | 300 - 400 मिली |
प्रोडक्ट का उपयोग कैसे करें ?
➔ लेबल पढ़ें: उपयोग मात्रा, सुरक्षा सावधानियों और प्राथमिक चिकित्सा पर महत्वपूर्ण जानकारी के लिए प्रोडक्ट लेबल और सुरक्षा डेटा शीट का अध्ययन करें।
➔ सुरक्षात्मक सुरक्षा किट पहनें: लेबल पर अनुशंसित अनुसार दस्ताने और फेस शील्ड सहित उचित पीपीई किट छिड़काव के समय पहनें।
➔ मिश्रण और घोल : दवा को सटीक रूप से माप कर और इसे पानी की निर्दिष्ट मात्रा के साथ मिक्स करके एक समान घोल तैयार करें।
➔ उपयोग का समय: लेबल पर बताए अनुसार फसल चरण के दौरान उपयोग करें।
➔ उपयोग मात्रा : अति प्रयोग को रोकने और पर्यावरणीय प्रभाव को कम करने के लिए अनुशंसित उपयोग मात्रा का पालन करें।
➔ पर्यावरण संबंधी बातें: तेज़ हवाओं या आसन्न बारिश से बचते हुए, अनुकूल मौसम की स्थिति में उपयोग करें।
अक्सर पूछे वाले वाले प्रश्न-
प्रश्न- टरगा सुपर खरपतवारनाशी क्या है?
उत्तर- यह एक प्रणालीगत और संपर्क क्रियाविधि वाला खरपतवारनाशी है जो संकरी पत्तियों वाले खरपतवार को नियंत्रित करता है।
प्रश्न- टरगा सुपर में कौन सा रासायनिक तत्व पाया जाता है?
उत्तर- इसमें क्विज़ालोफॉप इथाइल 5% ईसी पाया जाता है।
प्रश्न- किन फसलों में टरगा सुपर का उपयोग किया जा सकता है?
उत्तर- सोयाबीन, कपास, मूंगफली, उड़द और प्याज की फसलों में इसका उपयोग किया जा सकता है।
प्रश्न- टरगा सुपर किन प्रकार के खरपतवारों को नियंत्रित करता है?
उत्तर- यह सांवा, गूज घास, फॉक्स टेल, दूब घास, लार्ज कैब घास, काँस, जंगली ज्वार, और वोलेन्टियर धान जैसे खरपतवारों को नियंत्रित करता है।
प्रश्न- टरगा सुपर का उपयोग किस समय करना चाहिए?
उत्तर- फसल की बुवाई या रोपाई के 21 दिनों बाद, खरपतवार की 2 से 4 पत्तियों वाली अवस्था में इसका उपयोग करना चाहिए।
प्रश्न- टरगा सुपर की प्रति एकड़ उपयोग मात्रा क्या है?
उत्तर- 300 मिली/एकड़।
प्रश्न- टरगा सुपर के उपयोग के बाद खरपतवार कितने समय में मर जाते हैं?
10 से 15 दिनों में खरपतवार सूख कर मर जाते हैं।
प्रश्न- टरगा सुपर का छिड़काव करने के कितने समय बाद बारिश का प्रभाव नहीं पड़ता?
उत्तर- एक घंटे बाद भी बारिश होती है तो इसका प्रभाव कम नहीं होता।
प्रश्न- क्या टरगा सुपर का उपयोग धान, गेहूँ, सरसो, मक्का, जौ, मोती बाजरा और गन्ने की फसलों में किया जा सकता है?
उत्तर- नहीं, इन फसलों में इसका उपयोग नहीं किया जाना चाहिए।
प्रश्न- टरगा सुपर के छिड़काव के बाद मरे हुए खरपतवार का क्या होता है?
उत्तर- मरे हुए खरपतवार जैविक खाद में परिवर्तित हो जाते हैं, जिससे फसल का विकास होता है।