आईएफसी एनपीके 00:00:50 पानी में घुलनशील उर्वरक

आईएफसी एनपीके 00:00:50 पानी में घुलनशील उर्वरक
Dosage | Acre |
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आईएफसी एनपीके 00:00:50 उर्वरक (पोटेशियम 50% और सल्फर 17.5%) की सम्पूर्ण जानकारी -
आईएफसी एनपीके 00:00:50 उर्वरक एक उच्च पोटाश वाला उर्वरक है जिसमें नाइट्रोजन (N) और फॉस्फोरस (P) की अनुपस्थिति होती है। इसका मतलब है कि इसमें 50% पोटाश (K) और 17.5% सल्फर होता है। पोटाश पौधों की कोशिकाओं को मजबूत बनाता है, जिससे पौधों को रोगों और कीटों से लड़ने की क्षमता बढ़ती है। यह उर्वरक फूलों और फलों के विकास को प्रोत्साहित करता है, जिससे फसल की उपज और गुणवत्ता में सुधार होता है।
प्रोडक्ट का नाम | एनपीके 00:00:50 उर्वरक |
प्रोडक्ट कंटेंट | पोटेशियम 50% और सल्फर 17.5% |
कंपनी का नाम | इंडियन फार्मर कंपनी (आईएफसी) |
प्रोडक्ट का वर्ग | पानी में घुलनशील उर्वरक |
प्रोडक्ट कार्यविधि | प्रणालीगत |
फसलों में उपयोग | सभी फसलों में उपयोग करें |
उपयोग का समय |
फसल की फलों और फलियों वाली अवस्था
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उपयोग मात्रा | 5 ग्राम/लीटर. 75 ग्राम/पंप (15 लीटर पंप) 750 ग्राम/एकड़ छिड़काव 2-3 किग्रा/एकड़ ड्रिप। |
एनपीके 00:00:50 उर्वरक का कंटेंट/रासायनिक संरचना -
एनपीके 00:00:50 खाद में कंटेंट 50% पोटेशियम ऑक्साइड (K2O) और 17.5% सल्फर होता है, यह उर्वरक फसल को 50% पोटाश (K2O) प्रदान करता है जो पौधों की स्वस्थ वृद्धि, फल के आकार और गुणवत्ता में सुधार करता है और यह फसल की गुणवत्ता को बढ़ाता है, जैसे कि फलों में मिठास, सब्जियों का रंग, और फूलों का आकार।
प्रोडक्ट की कार्य विधि -
एनपीके 00:00:50 उर्वरक को मिट्टी में मिलाने पर, पौधों की जड़ें पोटाश को अवशोषित करती हैं। पोटाश (K) पौधों की कोशिकाओं में पहुँचकर उन्हें मजबूती प्रदान करता है। यदि इसे छिड़काव के रूप में उपयोग किया जाता है, तो पोटाश सीधे पत्तियों द्वारा अवशोषित होता है, जो तुरंत पौधों की कोशिकाओं में पहुँचता है और उनके विकास को बढ़ावा देता है। पोटाश पौधों में अन्य पोषक तत्वों का परिवहन सुनिश्चित करता है। यह पौधों की जड़ों से पानी और पोषक तत्वों को ऊपर की ओर पत्तियों और फलों तक पहुँचाने में मदद करता है।

➜ एनपीके 00:00:50 में 50% पोटाश होता है, जो पौधों की जड़ों, तनों और फलों को मजबूत बनाता है।
➜ पोटाश पौधों में फल और फूल के उत्पादन को बढ़ाता है, जिससे उपज की गुणवत्ता और मात्रा में सुधार होता है।
➜ इस उर्वरक का उपयोग पौधों की रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाता है, जिससे वे फफूंद और बैक्टीरिया से सुरक्षित रहते हैं।
➜ पोटाश पौधों की सूखा सहनशीलता को बढ़ाता है, जिससे वे पानी की कमी के बावजूद स्वस्थ रहते हैं।
➜ यह फसल की गुणवत्ता में सुधार करता है, जैसे कि फलों की मिठास, रंग और आकार।
➜ पोटाश पौधों में ऊर्जा के संचरण और कार्बोहाइड्रेट के परिवहन में मदद करता है, जिससे पौधों की गतिविधियाँ सुचारू रूप से चलती हैं।
➜ एनपीके 00:00:50 उर्वरक मिट्टी में पोषक तत्वों का संतुलन बनाए रखता है, जिससे पौधों को आवश्यक पोषक तत्व प्राप्त होते हैं।
➜ पोटाश का प्रभाव पौधों पर लंबे समय तक रहता है, जिससे फसल की वृद्धि और उत्पादन में निरंतरता बनी रहती है।
फसल अनुसार उपयोग मात्रा और समय -
फसल का नाम | उपयोग का समय | मात्र/एकड़ |
सभी फसलें
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फलों का आकार, वजन और रंग बढ़ाने के लिए उपयोग करें
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5 ग्राम/लीटर.
75 ग्राम/पंप (15 लीटर पंप) 750 ग्राम/एकड़ छिड़काव 2-3 किग्रा/एकड़ ड्रिप। |
प्रोडक्ट का उपयोग कैसे करें ?
➜ लेबल पढ़ें: उपयोग मात्रा, सुरक्षा सावधानियों और प्राथमिक चिकित्सा पर महत्वपूर्ण जानकारी के लिए प्रोडक्ट लेबल और सुरक्षा डेटा शीट का अध्ययन करें।
➜ सुरक्षात्मक सुरक्षा किट पहनें: लेबल पर अनुशंसित अनुसार दस्ताने और फेस शील्ड सहित उचित पीपीई किट छिड़काव के समय पहनें।
➜ मिश्रण और घोल : उर्वरक को सटीक रूप से माप कर और इसे पानी की निर्दिष्ट मात्रा के साथ मिक्स करके एक समान घोल तैयार करें।
➜ उपयोग का समय: लेबल पर बताए अनुसार फसल चरण के दौरान उपयोग करें।
➜ उपयोग मात्रा : अति प्रयोग को रोकने और पर्यावरणीय प्रभाव को कम करने के लिए अनुशंसित उपयोग मात्रा का पालन करें।
➜ पर्यावरण संबंधी बातें: तेज़ हवाओं या आसन्न बारिश से बचते हुए, अनुकूल मौसम की स्थिति में उपयोग करें।
➜ प्रोडक्ट के अच्छे रिजल्ट के लिए इसका उपयोग हमेशा IFC स्टीकर के साथ करें।
अक्सर पूछे वाले वाले प्रश्न-
प्रश्न - एनपीके 00:00:50 उर्वरक क्या है?
उत्तर- यह एक उच्च पोटाश वाला उर्वरक है जिसमें 50% पोटाश (K) और 17.5% सल्फर होता है।
प्रश्न - इस उर्वरक का मुख्य लाभ क्या है?
उत्तर- यह पौधों की रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाता है और फलों एवं फूलों के विकास को प्रोत्साहित करता है।
प्रश्न - एनपीके 00:00:50 का उपयोग किस समय किया जाता है?
उत्तर- इसका उपयोग फसल की फलों और फलियों वाली अवस्था में किया जाता है।
प्रश्न - इस उर्वरक का उपयोग किन फसलों में किया जा सकता है?
उत्तर- सभी प्रकार की फसलों में इसका उपयोग किया जा सकता है।
प्रश्न - उपयोग की जाने वाली मात्रा क्या है?
उत्तर- 5 ग्राम/लीटर, 75 ग्राम/पंप (15 लीटर पंप), 750 ग्राम/एकड़ छिड़काव, 2-3 किग्रा/एकड़ ड्रिप।
प्रश्न - एनपीके 00:00:50 उर्वरक का प्रभाव कितना समय तक रहता है?
उत्तर- इसका प्रभाव पौधों पर लंबे समय तक रहता है, जिससे फसल की वृद्धि और उत्पादन में निरंतरता बनी रहती है।
प्रश्न - इस उर्वरक का पौधों पर क्या प्रभाव होता है?
उत्तर- यह पौधों की जड़ों, तनों और फलों को मजबूत बनाता है और पौधों में ऊर्जा के संचरण और कार्बोहाइड्रेट के परिवहन में मदद करता है।
प्रश्न - एनपीके 00:00:50 उर्वरक कैसे काम करता है?
उत्तर- पौधों की जड़ें पोटाश को अवशोषित करती हैं, जो पौधों की कोशिकाओं को मजबूती प्रदान करता है।
प्रश्न - इस उर्वरक का मुख्य तत्व क्या है?
उत्तर- 50% पोटाश (K2O) और 17.5% सल्फर।
प्रश्न - पोटाश पौधों में क्या सुधार करता है?
उत्तर- यह फलों की मिठास, सब्जियों का रंग, और फूलों का आकार सुधारता है।






