tomato wilt disease

tomato wilt disease: टमाटर में उकठा रोग नियंत्रण

नमस्ते किसानों भाइयों भारतअग्री कृषि दुकान वेबसाइड में आपका स्वागत है, आज हम जानेंगे टमाटर की फसल में उकठा रोग (tomato wilt disease) के कारण, लक्षण और नियंत्रण की सम्पूर्ण जानकारी के बारे में।  टमाटर की फसल को उकठा रोग से भारी क्षति पहुंचती है। इस बीमारी को फ्यूजेरियम विल्ट नाम से भी जाना जाता है, और यह टमाटर के अलावा अन्य फसलों को भी प्रभावित कर सकता है। इस बीमारी का कारण है फफूंद (फ्यूजेरियम ऑक्सीस्पोरम) होते हैं, और ये फफूंद मिट्टी में काफी दिनों तक जीवित रह सकते हैं। मौसम में होने वाले बदलाव, जैसे कि मिट्टी और खेत मे ज्यादा नमी और बरसात की अधिकतम मात्रा, इस रोग के विकसन और फैलाव को बढ़ावा देते हैं।


टमाटर की फसल में उकठा रोग का कारण ? | Tomato wilt disease Hindi Information -

टमाटर मे उकठा रोग फफूंद जनित बीमारी है जो फ्यूजेरियम विल्ट नामक फंगस से होता है यह एक प्रणालीगत रोग है, जिसमें रोगज़नक़ (फफूंद) पौधों के जड़ों द्वारा प्रवेश करता है और संवहनी ऊतकों में बस जाता है। यह ऊतक जाइलम को नुकसान पहुंचाते हैं और पत्तियों के झड़ने का कारण बनते हैं और पौधे सूखने लगते हैं और तथा ज्यादा संक्रमण होने के कारन पौधों की मृत्यु होने लगती है। उकठा रोग के लक्षण ध्यान आकर्षित करने योग्य होते हैं, हालांकि यह रोग पौधों के सभी चरणों में संक्रमित हो सकता है, चाहे वह उनकी वृद्धि के किसी भी चरण में हो। 


टमाटर की फसल में उकठा रोग के लक्षण | Tomato wilt disease symptoms -

1. शुरुआत में, उकठा रोग के लक्षण छोटे-छोटे हिस्सों में प्रकट होते हैं, जो धीरे-धीरे पूरे खेत में फैल जाते हैं और पौधे धीरे-धीरे सूखने लगते हैं।

2. इस रोग की शुरुआत में, पौधों की ऊपरी पत्तियां मुरझाने लगती हैं, जिससे पत्तियों की ऊपरी सतह प्रभावित होती है।

3. उकठा रोग से प्रभावित पौधों की पत्तियां नीचे की ओर झुकने लगती हैं, जिससे पौधों की संरचना अव्यवस्थित लगती है।

4. समस्या बढ़ने के कुछ समय बाद, पत्तियां पीली होने लगती हैं, जिससे पौधों का रंग बदलता है।

5. यदि उकठा रोग का समय पर नियंत्रण नहीं किया जाता है, तो पूरा पौधा पीला होकर सूखने लगता है।

6. ग्रसित पौधे की जड़ के पास चिरा लगाने पर वहाँ काली काली संरचना दिखाई पड़ती है।

7. ग्रसित पौधे की जड़ सुखी होती हैं और आसानी से तोड़ने पर टूट जाती हैं।


उकठा रोग का नियंत्रण | Tomato wilt disease control -

टमाटर की फसल में उकठा रोग (tomato plant wilt disease)  के नियंत्रण की प्रक्रिया निम्न है - 

1. टमाटर की पौध रोपाई के पहले खेत की गहरी जुताई करे जिससे हानिकारक रोग तुरंत ख़त्म हो जाते हैं।  

2. खेती की जुताई करते समय सड़ी हुई गोबर की खाद के साथ 1.5 से 2 किलोग्राम ट्राइकोडर्मा विरिडी का उपयोग करें।  

3. नर्सरी मे बुवाई से पहले, प्रति किलोग्राम बीज को 2 ग्राम धानुका विटावेक्स से उपचारित करें।

4. टमाटर की खड़ी फसल में रोग के लक्षण दिखने पर, तुरंत संक्रमित पौधों को सावधानी से खेत से बाहर निकालकर नष्ट कर दें।

5. फसल के लक्षणों के प्रसार को रोकने के लिए ट्राइकोडर्मा विरिडी को 2 मिली/प्रति लीटर पानी में डालकर फसल की पौधों में ड्रेंचिंग करें।


टमाटर में उकठा रोग नियंत्रण के बेस्ट फफूंदनाशी | Tomato wilt disease control fungicide 

टमाटर के पौधों और फसल में उकठा रोग (fusarium wilt on tomato plants) नियंत्रण के लिए बेस्ट फफूंदनाशी निम्न है - 

1. धानुका कंपनी का धानुस्टिन फफूंदनाशी (कार्बेन्डाजिम 50% डब्ल्यूपी) - 1 ग्राम/लीटर 

2. यूपीएल कंपनी का साफ फफूंदनाशी (कार्बेन्डाजिम 12% + मैनकोजेब 63% WP) - 2 ग्राम/लीटर 

3. धानुका कंपनी का कोनिका फफूंदनाशी  (कासुगामाइसिन 5% + कॉपर ऑक्सीक्लोराइड 45% डब्ल्यूपी) - 2 ग्राम/लीटर 

4. सिंजेंटा कंपनी का रिडोमिल गोल्ड फफूंदनाशी (मेटालैक्सिल 8% + मैनकोजेब 64% डब्ल्यूपी)  -  2 ग्राम/लीटर 

5. बायोस्टैड कंपनी का रोको फफूंदनाशी (थियोफानेट मिथाइल 75% WP) - 2 ग्राम/लीटर 

6. धानुका कंपनी का ज़ेनेट फफूंदनाशी (थियोफानेट मिथाइल 44.8% + कासुगामाइसिन 2.6% एससी) - 2.5 मिली/लीटर 

👉नोट - बेस्ट रिजल्ट के लिए बताये गए उपरोक्त फफूंदनाशी का उपयोग फसल में उकठा रोग की समस्या और प्रभाव मात्रा अनुसार अदल-बदल कर उपयोग ड्रिप या ड्रेंचिंग के माध्यम से करें।  


Conclusion | सारांश - 

किसान भाइयों आशा करते हे की टमाटर की फसल में उकठा रोग (tomato wilt disease) के कारण, लक्षण और नियंत्रण की सम्पूर्ण जानकारी के साथ उकठा रोग के बेस्ट फफूंदनाशी और स्मार्ट टिप्स आदि जानकारी आप को पसंद आई है तो हमें कमेंट बॉक्स में अपनी राय जरुरत दे और साथ ही इस लेख को अपने अन्य किसान दोस्तों के साथ शेयर करना ना भूलें। धन्यवाद 


अक्सर पूछे जानें वाले प्रश्न | FAQ -


1. टमाटर का सबसे गंभीर रोग कौन सा है?

टमाटर का सबसे बड़ा और गंभीर उकठा रोग, अगेती झुलसा, पछेती झुलसा रोग हैं।  

2. टमाटर के पौधे को बीमारी से कैसे बचाएं?

टमाटर के पौधों की रोपाई के पहले उनको साफ़ फफूंदनाशी 2 ग्राम/लीटर पानी में डाल कर पौधों को उपचारित करके रोपाई करें।  

4. टमाटर का पौधा क्यों सूख जाता है?

टमाटर का पौधा फ्यूजेरियम ऑक्सीस्पोरम यानि फफूंद उकठा रोग के कारन सूखने लगता है।  

5. पौधे सूखने लगे तो क्या करें?

टमाटर के पौधे सूखने लगे तो पौधों की जड़ों को तुरंत चैक करना चाहिए।  

6. टमाटर की फसल में उकठा रोग को कैसे पहचाने ? 

शुरुआत में, उकठा रोग के लक्षण छोटे-छोटे हिस्सों में प्रकट होते हैं, जो धीरे-धीरे पूरे खेत में फैल जाते हैं और पौधे धीरे-धीरे सूखने लगते हैं।


Author | लेखक

BharatAgri Krushi Doctor 

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