फसल में NPK 12-61-00 का उपयोग और महत्व के बारे में जानेंगे 

फसल में NPK 12-61-00 का उपयोग और महत्व के बारे में जानेंगे 

नमस्कार किसान भाइयों जैसा की आप जानते है, कि पौधे के लिए जरुरी पोषक तत्व नाइट्रोजन, फॉस्फोरस और पोटैसियम होता है। अगर तीनों को एक साथ उपयोग करना चाहते है, तो बाजार में एनपीके के बहुत सारे ग्रेड मिलते हैं,लेकिन आज हम एनपीके 12-61-00 (NPK 12 61 00) के बारे में बात करने वाले है। 

 

फसल मे एनपीके 12-61-00 का महत्व 

12-61-00 एक प्रकार का जल घुलनशील उर्वरक है जिसमें 12% नाइट्रोजन, 61% फॉस्फोरस और 0% पोटाश होता है। इस उर्वरक का उपयोग फसलों के विकास और उनकी उत्पादकता को बढ़ाने के लिए किया जाता है। इसका महत्व निम्नलिखित बिंदुओं में समझा जा सकता है:

1. शुरुआती विकास: बीज अंकुरण और प्रारंभिक विकास में सहायता, जड़ों की मजबूत वृद्धि।
2. फूल और फल विकास: फूलों और फलों के विकास में मदद, गुणवत्ता में सुधार।
3. जल घुलनशीलता: पूरी तरह जल में घुलनशील, पौधों द्वारा आसानी से अवशोषित।
4. मिट्टी में संतुलन: मिट्टी में पोषक तत्वों का संतुलन बनाए रखना।
5. लाभकारी फसलों के लिए: सब्जियों, फलों, फूलों और अनाज के लिए उपयुक्त, फॉस्फोरस की उच्च आवश्यकता वाली फसलों के लिए विशेष रूप से लाभकारी।

 

फसल मे एनपीके 12:61:00 का उपयोग 

एनपीके खाद में नाइट्रोजन से होने वाले फायदे 

1. नाइट्रोजन पौधे के वानस्पतिक विकास के लिए जरुरी तत्व है। 
2. नाइट्रोजन के जड़ो को तेजी से बढ़ने में मदद करता है।
3. पौधे की वृद्धि के लिए जरूरी प्रोटीन और विटामिन निर्माण के लिए Nitrogen जरूरी है।
4. यह पौधे के बढ़वार के लिए जरुरी पोषक तत्व है ,इसके कमी से पौधे की बढ़वार रूक जाती है।


एनपीके खाद में फॉस्फोरस से होने वाले फायदे 

1. फॉस्फोरस जड़ प्रणाली को विकसित करने में मदद करता है।
2. फॉस्फोरस पौधों में स्वस्थ बीज निर्माण तथा बीजों के वजन बढ़ने में मदद करता है। 
3. यह पौधे के तने और डंठल को मजबूती प्रदान करता है। 
4. फॉस्फोरस पौधों में नए फूल और फल बनने में मदद करता है। 
5. यह फलों को आकार प्रदान करता है तथा परिपक्वता में मदद करता है।
6. फॉस्फोरस दलहनी फसलों में जड़ों की ग्रंथियों के निर्माण के लिए जरुरी है।

 

एनपीके 12-61-00 से होने वाले फायदे 


आइये किसान भाइयो हम NPK 12-61-00 के फायदे के बारे में जानते है -

1. एनपीके 12-61-00 सभी फसलों के लिये उपयोगी है।
2. 12:16:00 फलों का गिरना कम करता है और फलों की संख्या में वृद्धि व फ़सल की गुणवत्ता एवं उत्पादन में सुधार करता है।
3. NPK 12-61-00 लीचिंग, पोषक तत्वों का वाष्पीकरण को कम कम करता है जिससे उर्वरक उपयोग क्षमता में वृद्धि होती है।
4. एनपीके 12-61-00 में फास्फोरस कि प्रचुर मात्रा में होने के कारण फसल की सभी अवस्थाओ जैसे अंकुरण, वनस्पतिक, प्रजनक और फसल के पकने के समय अच्छी वृद्धि और विकास प्रदान करता है।

 

12:61:00 के उपयोग के तरीके 

सबसे पहले हम बात कर लेते है कि NPK 12-61-00 (NPK 12-61-00 dose ka Use Karen) का उपयोग किस समय पर करना अधिक फायदेमंद होता है, जब फसल में फूल आने की अवस्था तो उस समय पर छिड़काव करना फायदेमंद माना जाता है। 

    NPK 12-61-00 फ़र्टिलाइज़र को हम अपनी फसलों में छिड़काव के माध्यम से और ड्रिप के माध्यम से उपयोग कर सकते है,यदि छिड़काव के लिए उपयोग करते है तो 750 ग्राम से 1 किलोग्राम तक एक एकड़ में 150-200 लीटर पानी में मिलाकर छिड़काव के लिए उपयोग कर सकते है। 

    एनपीके 12-61-00 खाद को ड्रिप से 3 से 5 किलोग्राम खाद को आवश्यकतानुसार फसल के विभिन्न स्टेजो पर उपयोग कर सकते है। 

     

    एनपीके 12-61-00 उपयोग के लाभ 

    एनपीके 12-61-00 का उपयोग सभी फसलों में कर सकते है और फसल के विभिन्न स्टेजो जैसे - वानस्पतिक वृद्धि ,प्रजनक ,परिपक्वता पर कर सकते है। एनपीके 12-61-00 के उपयोग से उत्पाद की गुणवत्ता एवं प्रजनक क्षमता और पैदावार में वृद्धि होती हैं।

     

     

     सारांश - 

    किसान भाइयो एनपीके 12-61-00 की जल घुलनशीलता इसे ड्रिप सिंचाई और स्प्रे विधियों के लिए आदर्श बनाती है। यह उर्वरक मिट्टी में पोषक तत्वों का संतुलन बनाए रखने में मदद करता है और विभिन्न प्रकार की फसलों, जैसे सब्जियों, फलों, फूलों और अनाज के उत्पादन में उपयोगी साबित होता है। इसके सही उपयोग से कृषकों को बेहतर पैदावार और फसल की गुणवत्ता प्राप्त होती है।

     

     

    Back to blog

    होम

    वीडियो कॉल

    VIP

    फसल जानकारी

    केटेगरी