नमस्कार किसान भाइयों आज के लेख में हम जानेंगे बीज जनित एवं मृदाजनित रोगों से फसल को नष्ट होने से बचाने के लिए बीज उपचार (Seed Treatment) के बारे में तथा बीज उपचार के तरीके, बीज उपचार की दवा और बीज उपचार से होने वाले फायदों के बारे में विस्तार से चर्चा करेंगे। इस लेख में हम जानेंगे कृषि सलाहकार द्वारा निर्धारित दवा से बीजों को उपचारित किया जाए तो बीजजनित एवं मृदा जनित रोगों से तथा शुरुआती अवस्था में कीटों से भी पौधों का बचाव किया जा सकता है और किसान की लागत में कमी आती है और अच्छी फसल पैदावार भी होती हैं।
बीज उपचार क्या है ? | What is Seed treatment in Hindi
बीज उपचार एक ऐसी प्रक्रिया है, जिसमें फसल को बीमारियों और कीटों से बचाव के लिए रसायन, जैव रसायन या ताप से बीजों को उपचारित किया जाता है। बीज उपचार से बीजों में उपस्थित आन्तरिक या बाहरी रूप से जुड़े रोगजनकों (फफूँद, कीटों आदि) को मारने के लिए उपयोग किया जाता है। बीज के उपचार करने से बीजों की ऊपरी तथा अंदर की पर्तों में अनदेखी फफूँदी रहती है जो अवसर पाकर दूषित बीज के साथ मिट्टी में जाकर बीज के अंकुरण क्षमता को प्रभावित करती है।
बीज उपचार की विधियां | Seed Treatment method in Hindi
चलिए अब हम जानते हैं, बीज उपचार की कुछ विधियों के बारे में -
1. सूखा विधि बीजोपचार
2. भीगी विधि बीजोपचार
3. गर्म पानी बीजोपचार
4. स्लरी बीजोपचार
बीज उपचार की दवा | Seed Treatment Dawa:
किसान भाइयों आप मुख्य रूप से बीज उपचार की दवा जैसे - वीटावैक्स पॉवर, साफ, ज़ेलोरा, यूपीएल रेनो, बायर गौचो, बाविस्टिन आदि का आप उपयोग कर सकते है।
बीज उपचार के तरीके | Seed Treatment method
अब हम बीज उपचार के रासायनिक और जैविक तरीकों के बारे में विस्तार से जानेंगे -
1. किसान भाइयों सबसे पहले कॉन्फिडोर कीटनाशी (Confidor insecticide) की 1 मिली मात्रा को लेते है फिर उसमें 80 से 100 मिली पानी को मिलाते है अब प्रति किलोग्राम बीज को किसी पॉलीथिन के ऊपर हाथों में दस्ताने पहनकर रब करते हैं, जब बीज और दवा अच्छे से मिल जाये तो उसको 15 मिनट के लिए छाँव में सुखाते है।
2. उसके बाद हम Bavistin Fungicide से बीज उपचार करेंगे जिसमें 2.5 से 3 ग्राम दवा को 80 से 100 मिली पानी में मिलाकर प्रति किलोग्राम बीज को किसी पॉलीथिन के ऊपर हाथों में दस्ताने पहनकर रब करते हैं, जब बीज और दवा अच्छे से मिक्स हो जाये तो उसको 15 मिनट के लिए छाँव में सुखाते है। सूखने के बाद बीज को बुवाई के लिए उपयोग कर सकते है।
3. जो किसान जैविक खेती करते है तो उसके लिए डॉ बैक्टोस डर्मस (ट्राइकोडर्मा विरिडी) को 2.5-5 मिली को 80 मिली पानी में मिलाकर प्रति किलोग्राम बीज के हिसाब से उपचारित करना चाहिए।
4. किसान भाइयों बाविस्टिन कवकनाशी का उपयोग (bavistin fungicide uses in hindi) बीज उपचार के अलावा विभिन्न रोगों जड़ सड़न और उखटा के लिए इसका बहुत बेहतरीन परिणाम हैं।
बीजोपचार के लिए बेस्ट प्रोडक्ट | Seed Treatment Product:
प्रोडक्ट नाम |
प्रोडक्ट कंटेन्ट |
बाजार प्राइस |
भारतॲग्री प्राइस |
पैक साइज |
कार्बेनडाज़िम 50% डब्ल्यू पी |
₹200 |
₹189 |
100 ग्राम |
|
इमिडाक्लोप्रिड 200 एसएल(17.8% ww) |
₹400 |
₹389 |
100 मिली |
|
ट्राइकोडर्मा विरिडी |
₹630 |
₹440 |
1 लीटर |
बीज उपचार के लाभ | Seed treatment Benefits:
1. बीजों का अंकुरण अच्छा होता है।
2. बीज उपचार फसल की बीमारियों के प्रसार को रोकता है।
3. बीजजन्य रोगों से नियंत्रण प्रदान करता है।
4. मृदाजनित रोगों से नियंत्रण प्रदान करता है।
5. बीज उपचार से अनेक मृदा कीटों से बीज तथा पौध की रक्षा होती है।
6. बीज उपचार से बीजों को सड़ने और अंकुरों के झुलसने से बचाया जा सकता है।
सारांश:
किसान भाइयों हम आशा करते है की बीज उपचार (Seed Treatment) के बारे में बताई गयी जानकारी आपको अच्छी लगी होगी तो आप अपने आस-पास के किसान भाइयों को शेयर करे। धन्यवाद।
किसानों द्वारा बार-बार पूछे जाने वाले प्रश्न
प्रश्न - बीज उपचार क्या है?
उत्तर - बीज उपचार एक प्रक्रिया है जिसमें बीजों को कीटों और बीमारियों से बचाने के लिए रसायन, जैव रसायन या ताप से उपचारित किया जाता है।
प्रश्न - बीज उपचार के कौन-कौन से तरीके हैं?
उत्तर - बीज उपचार के चार प्रमुख तरीके हैं: सूखा विधि, भीगी विधि, गर्म पानी विधि, और स्लरी विधि।
प्रश्न - बीज उपचार की प्रमुख दवाएं कौन-कौन सी हैं?
उत्तर - वीटावैक्स पॉवर, साफ, ज़ेलोरा, यूपीएल रेनो, बायर गौचो, बाविस्टिन आदि प्रमुख बीज उपचार की दवाएं हैं।
प्रश्न - बीज उपचार से क्या फायदे होते हैं?
उत्तर - बीज उपचार से बीजों का अंकुरण अच्छा होता है, फसल की बीमारियों का प्रसार रुकता है, और मृदा कीटों से भी बचाव होता है।
प्रश्न - बीज उपचार के लिए कौन सा उत्पाद सबसे अच्छा है?
उत्तर - बाविस्टिन, कॉन्फिडोर, और ट्राइकोडर्मा विरिडी जैसे उत्पाद बीज उपचार के लिए सबसे अच्छे माने जाते हैं।
प्रश्न - सूखा विधि बीजोपचार कैसे किया जाता है?
उत्तर - सूखा विधि में, बीजों को बिना पानी के रसायन के साथ मिक्स किया जाता है और फिर छाँव में सुखाया जाता है।
प्रश्न - भीगी विधि बीजोपचार क्या है?
उत्तर - भीगी विधि में, बीजों को रसायन और पानी के मिश्रण में भिगोकर उपचारित किया जाता है।
प्रश्न - गर्म पानी विधि बीजोपचार कैसे किया जाता है?
उत्तर - गर्म पानी विधि में, बीजों को एक निश्चित तापमान पर पानी में भिगोकर उपचारित किया जाता है।
प्रश्न - बीज उपचार से फसल की पैदावार कैसे बढ़ती है?
उत्तर - बीज उपचार से बीजों की अंकुरण दर बढ़ती है और पौधों को बीमारियों और कीटों से बचाव मिलता है, जिससे पैदावार में वृद्धि होती है।
प्रश्न - जैविक खेती में बीज उपचार कैसे किया जाता है?
उत्तर - जैविक खेती में, ट्राइकोडर्मा विरिडी जैसे जैविक रसायनों का उपयोग करके बीजों का उपचार किया जाता है।
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लेखक
भारतअग्रि कृषि एक्सपर्ट