Control Major Diseases in Cabbage Crop

पत्ता गोभी के प्रमुख रोग और उनके नियंत्रण के बारे में जानें !

पत्ता गोभी के प्रमुख रोग और उनके नियंत्रण के बारे में जानें !

नमस्कार किसान भाइयों आज के लेख में हम पत्तागोभी की खेती (cabbage farming) के बारे में बात करने वाले हैं। पत्ता गोभी की खेती प्रमुख रूप से बिहार, उत्तर प्रदेश, उड़ीसा, पश्चिम बंगाल, असम, हरियाणा और महाराष्ट्र राज्यों में की जाती है। आज हम इस लेख में पत्ता गोभी को नुकसान पहुंचाने वाले प्रमुख रोगों जैसे आर्द्र गलन (damping off) एवं डाउनी मिल्ड्यू (downy mildew) की पहचान और उनके नियंत्रण के बारे में विस्तार से जानेंगे। पत्ता गोभी में ब्लैक रूट, विगलन, स्क्लेरोटिनिया तना सड़न रोग एवं अल्टरनेरिया काला धब्बा रोग जैसी कई अन्य भी बीमारियों का प्रकोप भी होता है। चलिए आगे बढ़ते हैं और पत्ता गोभी के प्रमुख रोग (Major Disease in Cabbage Details in Hindi) एवं उनके नियंत्रण के बारे में विस्तार से जानें और तदानुसार आवश्यक उपाय करके फसल को बर्वाद होने से बचाते हैं।  

पत्ता गोभी के प्रमुख रोग | Major Disease in Cabbage in Hindi

आगे हम पत्ता गोभी के प्रमुख रोगों एवं उनके नियंत्रण के बारे में विस्तार से चर्चा करने वाले हैं! 

पत्ता गोभी का आर्द्र गलन रोग | damping off disease in Cabbage crop 

पत्ता गोभी में यह रोग राइजोक्टोनिया सोलेनाई नामक कवक से फैलता है और सबसे ज्यादा इस रोग का प्रकोप नर्सरी क्षेत्र में होता है। इस रोग से प्रभावित पौधों के नए अंकुर जमीनी स्तर के पास से ही टूट कर जमीन पर गिर जाते हैं एवं जहाँ से तना गिरता है वहाँ पर लाल भूरे रंग का दिखाई देता है। प्रभावित अंकुर अंत में सूख जाता है। जब पौध घनी और अत्यधिक मात्रा में उगती है, तब यह बीमारी अधिक तीव्रता से फैलती है।

पत्ता गोभी का आर्द्र गलन रोग नियंत्रण | Cabbage crop damping off disease control 

अब हम पत्ता गोभी में आर्द्र गलन रोग नियंत्रण के बारे में जानेंगे - 

  • बीज की बुवाई से पहले बाविस्टिन कवकनाशी (Bavistin Fungicide) को 3 ग्राम प्रति किलोग्राम बीज की दर से उपचारित करना चाहिए। 
  • नर्सरी में आर्द्रगलन रोग के नियंत्रण के लिए बाविस्टिन कवकनाशी (Bavistin Fungicide) का 10 से 12 ग्राम प्रति पंप के हिसाब से ड्रेंचिंग (पौधे के जड़ों के पास डालें ) करना चाहिए। 
  • इस रोग के नियंत्रण के लिए रोको कवकनाशी (roko Fungicide) को 2-4 ग्राम/लीटर में मिलाकार ड्रिप या मिट्टी को भिगोना चाहिए। 
  • यदि रोग का प्रकोप ज्यादा हो तो साफ़ कवकनाशी (saaf fungicide uses) का 2 ग्राम + कसु-बी (कासुगामासीन 3% SL) 1 मिली/ लीटर में मिलाकार ड्रिप या मिट्टी को भिगोना चाहिए।
  • यदि ज्यादा समस्या दिखे तो बायर कम्पनी का एलीएट कवकनाशी (bayer aliette) का 1.5 -2 ग्राम/लीटर पानी में मिलाकर ड्रिप से छोड़ें। 

पत्ता गोभी का डाउनी मिल्ड्यू रोग | Cabbage Crop downy mildew disease 

यह रोग पत्ता गोभी के प्रमुख रोग में से एक माना जाता है जो कि एक तरह का कवक जनित रोग है, जो पैरोनोस्पोरा पैरासिटिका की वजह से उत्पन्न होता है। इस रोग के कारण सबसे पहले पौधों की पुरानी पत्तियों के निचली सतह पर एक हरे से पीले रंग के छितरे हुए धब्बे दिखाई देने लगते हैं। ये धब्बे अनियमित आकार के होते हैं एवं बाद में यह धब्बा बढ़ते हुए पीलें रंग से भूरे रंगों में बदल जाता है। शुरुआत में ये धब्बे पत्तियों के निचली सतह पर ही बनते हैं, लेकिन बाद मे यह धब्बे पत्तियों की ऊपरी सतह पर भी दिखाई देने लगते हैं। पत्तियों के जिस स्थान पर यह धब्बे बनते हैं उस स्थान के ऊतक भूरे हो कर मर जाते हैं।

पत्ता गोभी का डाउनी मिल्ड्यू रोग नियंत्रण | Cabbage Crop downy mildew disease control 

अब हम पत्ता गोभी में डाउनी मिल्ड्यू रोग नियंत्रण के बारे में जानेंगे - 

  • इस रोग के नियंत्रण के लिए रिडोमिल गोल्ड (ridomil gold fungicide) कवकनाशी 250 - 300 ग्राम 150 से 200 लीटर पानी में घोल कर प्रति एकड़ के अनुसार या फिर 1.5 से 2 ग्राम प्रति लीटर पानी में डाला कर फसल में छिड़काव करना चाहिए।
  • डाउनी मिल्ड्यू रोग नियंत्रण के लिए मेलोडी डुओ (Melody Duo fungicide) को 800 ग्राम प्रति एकड़ 200 लीटर पानी में मिलाकर छिड़काव करें। 
  • टाटा रैलिस ताकत कवकनाशी (Taqat fungicide) को 2 ग्राम प्रति लीटर पानी में मिलाकर फसल पर छिड़काव करना चाहिए।

अल्टरनेरिया काला धब्बा रोग | Cabbage Crop leaf spot disease

यह रोग अल्टरनेरिया ब्रेसीकोला नामक कवक से फैलता है, इस रोग के लक्षण सबसे पहले पतियों पर गोल-गोल धब्बे के रूप में दिखाई देते हैं। इस रोग के कारण पत्तों पर गहरे रंग के धब्बे बनते हैं, जो आपस में मिलकर पत्तों को रोगग्रस्त कर देते हैं। जिससे पत्तियों के ऊतक मर जाते हैं एवं अधपके ही गिर जाते हैं। किसानों को फूल आने के समय काला धब्बा रोग के लक्षणों को पुरानी पत्तियों पर देखना चाहिए।

अल्टरनेरिया काला धब्बा रोग नियंत्रण | Cabbage Crop leaf spot disease control 

अब हम पत्ता गोभी में अल्टरनेरिया काला धब्बा रोग नियंत्रण के बारे में जानेंगे - 

  • रोग से बचाव के लिए एमिस्टार टॉप फफूंदनाशी (Amistar Top Fungicide) को 0.5-1 मिली प्रति लीटर पानी में मिलाकर छिड़काव करें। 
  • बायर एंट्राकोल कवकनाशी (bayer antracol fungicide) को 2 ग्राम/लीटर पानी में मिलाकर छिड़काव करना चाहिए। 
  • बायर नेटिवों कवकनाशी (bayer Nativo fungicide) को 80-100 ग्राम/एकड़ 200 लीटर पानी में डाल कर छिड़काव करें।

किसान भाइयों पत्ता गोभी के प्रमुख रोग और उनके नियंत्रण के बारे में यह लेख पढ़कर कैसा लगा हमें कमेंट में बताना न भूलें और इस लेख को अपने अन्य किसान मित्रों के साथ भी शेयर करें। धन्यवाद!

 

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