Antracol Fungicide के उपयोग और फायदे | Antracol Fungicide Uses and Benefits
नमस्कार किसान भाइयों आज के लेख में हम बायर कंपनी के एंट्राकोल फफूंदनाशक (Antracol Fungicide) के बारे में चर्चा करने वाले है,जिसमे हम जानेंगे बायर एंट्राकोल कवकनाशी के उपयोग (Bayer Antracol Fungicide uses in hindi) के बारे में तथा विभिन्न रोगो के नियंत्रण और फसलों में उपयोग, छिड़काव के बारे में विस्तार से चर्चा करेंगे।
आइये किसान भाइयों अब हम बायर कंपनी के कवकनाशी एंट्राकोल ( Bayer Antracol Propineb 70% WP ) के बारे में चार्ट के माध्यम से जानते है -
उत्पाद का नाम |
एंट्राकोल फंगीसाइड |
तकनीकी नाम (bayer antracol combination) |
प्रोपिनब 70% WP |
लक्षित रोग/कवक |
स्कैब, पत्ती और फलों के धब्बे, अगेती और पछेती झुलसा, डाई बैक, मृदुरोमिल आसिता (डाउनी मिल्ड्यू), राइस ब्राउन लीफ स्पॉट, नैरो लीफ स्पॉट, बक आई रोट |
पर्णीय छिड़काव मात्रा/एकड़ |
400 - 600 ग्राम/एकड़ |
प्रमुख फसलें |
सेब, अनार, आलू, मिर्च, टमाटर, अंगूर, चावल, कपास |
क्रिया विधि |
व्यापक स्पेक्ट्रम गतिविधि के साथ एक संपर्क कवकनाशी। |
एंट्राकोल कंपनी नाम |
बायर क्रॉप साइंस लिमिटेड |
Bayer Antracol 1kg price |
₹732 (1KG|1Kg x 1 Qty) |
Antracol Fungicide | एंट्राकोल फंगीसाइड -
एंट्राकोल फंगीसाइड में प्रोपीनेब 70% WP होता है,जो चावल, मिर्च, अंगूर, आलू और अन्य सब्जियों और फलों के विभिन्न रोगों के खिलाफ व्यापक स्पेक्ट्रम गतिविधि के साथ एक संपर्क कवकनाशी के रूप में उपयोग करते है। एंट्राकोल कवकनाशी में प्रोपीनेब घटक एक पॉलिमरिक जिंक युक्त डाइथियोकार्बामेट है। जिंक के होने के कारण, ऐंट्राकोल के प्रयोग से फसल पर हरित प्रभाव पड़ता है और बाद में उपज की गुणवत्ता में सुधार होता है।
Antracol Fungicide ke fayde | एंट्राकोल कवकनाशी के फायदे -
- बायर एंट्राकोल में प्रोपीनेब 70% डब्ल्यूपी में होने के कारण फफूंदजनित बीमारियों के खिलाफ संपर्क और निवारक दोनों क्रिया उपलब्ध होती हैं।
- एंट्राकोल Fungicide गतिविधि का एक व्यापक स्पेक्ट्रम कवकनाशी है।
- एंट्राकोल फफूंदनाशक में संपर्क और निवारक कार्रवाई दोनों पाए जाते है।
- बायर एंट्राकोल अपनी जटिल कार्यप्रणाली के कारण,Antracol विशेष रूप से कवक रोगजनकों की आबादी के चयन से निपटने के लिए छिड़काव कार्यक्रमों में उपयोग के लिए उपयुक्त है।
- जिंक की उपलब्धता होने से फसल पर सकारात्मक प्रभाव पड़ता है और पौधों की प्रतिरोधक क्षमता में सुधार होता है जिसके परिणामस्वरूप उच्च पैदावार और गुणवत्ता में सुधार होता है।
- विषाक्तता में बेहद कम होने के कारण एंटाकोल आईपीएम कार्यक्रमों के लिए आदर्श रूप से अनुकूल कवकनाशी है।
एंट्राकोल Fungicide के उपयोग & लाभ -
आइये अब हम एंट्राकोल Fungicide के डोज़ के बारे में जानें और पता करें की आखिर कितनी मात्रा में एंट्राकोल के उपयोग से फसल को कवक रोग से सुरक्षित रखा जा सकता है -
Antracol Fungicide उपयोग की विधि (Antracol fungicide dose)
- यदि छिड़काव की बात करें तो प्रति लीटर पानी में 2.5 से 3 ग्राम दवा को लेना चाहिए छिड़काव के लिए फसल अनुसार लेना चाहिए।
- यदि अलग-अलग फसल की बात करें तो सेब,अनार,आलू,टमाटर,अंगूर के लिए 600 ग्राम प्रति एकड़ और मिर्च में 1000 ग्राम प्रति एकड़,चावल में 600 से 800 ग्राम प्रति एकड़,कपास 500 से 600 ग्राम प्रति एकड़ लेना चाहिए !
आपको Antracol Fungicide से फसल का झुलसा रोग,पत्ती धब्बा,डाई बैक, मृदुरोमिल आसिता आदि के नियंत्रण पर यह लेख पढ़कर कैसा लगा यह हमें कमेंट में बताना न भूलें,और इस लेख को अपने अन्य किसान मित्रों के साथ भी शेयर करें। धन्यवाद