प्याज में जलेबी रोग की दवाई के लिए Avtar Fungicide | pyaaj mein jalebee rog kee dava Avtar Fungicide
नमस्कार किसान भाइयों आज के लेख में हम चर्चा करेंगे प्याज में जलेबी रोग की दवा के बारे में (Pyaj me jalebi rpg ki davai) तथा प्याज में जलेबी रोग के लगने के कारणों और प्याज में जलेबी रोग के नियंत्रण पर विस्तार से चर्चा करेंगे।
प्याज में जलेबी रोग की दवाई के लिए Avtar Fungicide | pyaaj mein jalebee rog kee dava Avtar Fungicide
आइये किसान भाइयों फिर जानेंगे कि आखिर प्याज और लहसुन में जलेबी रोग की समस्या आने के प्रमुख कारण क्या हैं और उनका नियंत्रण कैसे किया जा स्कता है-
प्याज का जलेबी रोग | twister disease of onion crop in Hindi
किसान भाइयो प्याज का जलेबी रोग कोलेटोट्रिचम ग्लियोस्पोरियोड्स (Colletotrichum gloeosporioides) नामक फफूँद के कारण होता है। अगर इस रोग की पहचान के बारे में बात करे तो सबसे पहले पत्तियों पर हल्के पीले पानी से भीगे हुए अंडाकार धँसे हुए घाव पत्ती के ब्लेड पर दिखाई देते हैं। जो बाद में पत्तियों के मध्य भाग में कई काले रंग की थोड़ी उभरी हुई संरचनाएं देखने को मिलती हैं, प्रभावित पत्तियाँ सिकुड़ जाती हैं,और टूटकर नीचे गिर जाती हैं और अंत में मुरझा जाती हैं।
प्याज में जलेबी रोग के अन्य लक्षण | Other symptoms of jalebi disease in onion
इस रोग के और भी विशिष्ट लक्षण जैसे कर्लिंग, मरोड़ना, पत्तियों का क्लोरोसिस और गर्दन का असामान्य बढ़ाव (झूठा तना) का होना आदि दिखाई देता है।
किसान भाइयो जलेबी रोग के नियंत्रण से पहले कुछ और बातो पर भी ध्यान देना अनिवार्य है -
प्याज की फसल में जलेबी रोग होने का प्रमुख कारण थ्रिप्स कीट या तैला कीट होता है। क्योकि प्याज की फसल में थ्रिप्स कीट का बहुत ज्यादा प्रकोप होता है। थ्रिप्स प्याज के कोमल भागों से शक कर लेता है फिर उसी जगह पर कवक लगना शुरू हो जाता है।
- प्याज की फसल में सबसे ज्यादा ध्यान देने वाली बात यह की फसल में सही मात्रा में पोषक तत्वों का प्रबंधन करना चाहिए।
- प्याज की फसल में ज्यादा सिंचाई और ज्यादा मात्रा में नाइट्रोजन का उपयोग नहीं करना चाहिए।
- प्याज की फसल में थ्रिप्स कीट तथा अन्य रस चूसक कीट का नियंत्रण करना चाहिए और फसल में पीले अथवा नीले चिपचिपे जाल (स्टिकी ट्रैप) का 20 से 25 प्रति एकड़ प्रयोग करना चाहिए |
- प्याज की फसल में थ्रिप्स कीट के नियंत्रण के लिए नीम तेल का 2 से 5 मिली प्रति लीटर के हिसाब से छिड़काव करें।
- धानुका अरेवा (थियामेथोक्सम 25% डब्ल्यूजी) को 80 ग्राम 150 - 200 लीटर पानी में घोल कर प्रति एकड़ फसल में छिड़काव करना चाहिए।
अब किसान ( farmer ) भाइयो प्याज में जलेबी रोग की दवाई के लिए इंडोफिल अवतार कवकनाशी (Avtar Fungicide) के बारे में एक बार विस्तार से जानते है -
प्याज में जलेबी रोग की दवाई के लिए Avtar Fungicide की details अब हम चार्ट के माध्यम से देखेंगे -
उत्पाद का नाम |
इंडोफिल अवतार फफूंदनाशी (Avtar Fungicide) |
तकनीकी नाम |
हेक्साकोनाज़ोल 4% + ज़िनेब 68% WP |
लक्षित रोग |
शीथ ब्लाइट, ब्राउन स्पॉट, ब्लास्ट, अनाज मलिनकिरण,ब्लैक रोट, ग्रे ब्लाइट, ब्लिस्टर ब्लाइट,स्कैब, लीफ ड्राप, ब्लाइट, पाउडर फफूंदी, कोर रोट, लीफ ब्लाइट, टर्सिकम ब्लाइट,पत्ती धब्बा,रॉट |
पर्णीय छिड़काव मात्रा/एकड़ |
400 ग्राम प्रति एकड़ |
प्रमुख फसलें |
सभी फसलें |
क्रिया विधि |
यह संपर्क और प्रणालीगत कवकनाशी संयोजन है। |
कंपनी नाम |
इंडोफिल कम्पनी ( इंडोफिल अवतार fungicide ) |
प्याज में जलेबी रोग के नियंत्रण के लिए Avtar Fungicide | Avtar Fungicide for control of jalebi disease in onion
अब हम indofil avtar dose के बारे में तथा indofil avtar fungicide price के बारे में चर्चा करते है।
उत्पाद का नाम |
उत्पाद की मात्रा |
उत्पाद का मूल्य |
500 ग्राम |
₹531 |
प्याज की फसल में जलेबी रोग का नियंत्रण | Jalebee rog ka niyantran -
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