भिंडी जिसे लेडीफिंगर या ओकरा के नाम से भी जाना जाता है, भारत में एक प्रमुख सब्जी फसल है। यह सब्जी अपने पौष्टिक गुणों और स्वाद के कारण बेहद लोकप्रिय है। भिंडी में विटामिन ए, विटामिन सी, फाइबर, कैल्शियम, मैग्नीशियम और एंटीऑक्सीडेंट्स प्रचुर मात्रा में पाए जाते हैं। यह पाचन तंत्र को बेहतर बनाने के साथ ही इम्यूनिटी को भी बढ़ाने में सहायक होती है। इसके अलावा, भिंडी का इस्तेमाल कई प्रकार के व्यंजनों में किया जाता है। भिंडी की खेती से किसानों को अच्छा आर्थिक लाभ होता है क्योंकि यह बाजार में अच्छी कीमत पर बिकती है।
भारत में भिंडी की खेती
भिंडी की खेती पूरे भारत में की जाती है, विशेषकर उत्तर प्रदेश, महाराष्ट्र, आंध्र प्रदेश, तमिलनाडु, बिहार, पश्चिम बंगाल, कर्नाटक और गुजरात में। इन राज्यों में भिंडी की खेती बड़े पैमाने पर होती है, जहाँ इसे विशेषकर गर्मियों और वर्षा ऋतु के दौरान उगाया जाता है।
भिंडी की खेती का समय
1. भिंडी की खेती के लिए मुख्य रूप से तीन मौसम होते हैं:
2. ग्रीष्मकालीन: फरवरी-मार्च
3. वर्षाकालीन: जून-जुलाई
4. रबी (सर्दियों की फसल): अक्टूबर-नवंबर
मौसम और जलवायु
भिंडी की खेती के लिए गर्म और आर्द्र जलवायु सबसे उपयुक्त मानी जाती है। इसकी खेती 25°C से 35°C तापमान वाले क्षेत्रों में अच्छी होती है। अत्यधिक ठंड और पाला भिंडी के पौधों को नुकसान पहुंचा सकते हैं, इसलिए भिंडी की खेती के लिए गर्म मौसम की आवश्यकता होती है।
खेत की तैयारी
1. खेत की तैयारी के लिए सबसे पहले मिट्टी की गहरी जुताई करनी चाहिए।
2. खेत को समतल करना जरूरी होता है ताकि जल निकासी सही से हो सके।
3. गोबर की खाद या जैविक खाद का उपयोग करके मिट्टी की उर्वरकता बढ़ाई जा सकती है।
4. बुवाई से पहले 2-3 बार खेत की हल्की जुताई कर खेत को अच्छी तरह से तैयार करें।
भिंडी की खेती के लिए मिट्टी
भिंडी की खेती लगभग सभी प्रकार की मिट्टी में की जा सकती है, लेकिन अच्छी जल निकासी वाली बलुई दोमट मिट्टी सर्वोत्तम मानी जाती है। मिट्टी का पीएच स्तर 6.0 से 7.5 के बीच होना चाहिए ताकि पौधे सही प्रकार से विकसित हो सकें।
भिड़ी की बेस्ट टॉप किस्मे
1. राधिका भिंडी (UPL) - यह एक संकर किस्म है, जिसकी मध्यम ऊंचाई और 2-4 शाखाएं होती हैं। इसके गहरे हरे, पांच-धारीदार फल 12-14 सेमी लंबे और 1.5-1.8 सेमी चौड़े होते हैं। पहली तुड़ाई 45-50 दिनों में होती है, और यह किस्म मॉसाइक वायरस के प्रति मध्यम सहनशीलता दिखाती है। फल लंबे समय तक ताजे रहते हैं और यह साल भर के लिए उपयुक्त है।
2. सम्राट भिंडी (BASF नन्हेंमस) - यह लम्बा और स्वस्थ पौधा YVMV के प्रति उच्च प्रतिरोध रखता है। इसके वजनदार, गहरे हरे रंग के मोटे फल उच्च उपज वाले होते हैं, जो सभी मौसमों में अच्छी खेती के लिए उपयुक्त हैं।
3. एनएस 862 भिंडी (नामधारी) - यह संकर किस्म भी मध्यम ऊंचाई की है, जिसमें 2-4 शाखाएं होती हैं। इसके गहरे हरे, पांच-धारीदार फल 45-50 दिनों में पकते हैं और अधिक उत्पादन देने के साथ बाजार में इसकी मांग भी अधिक है।
4. लावण्या एफ1 हाइब्रिड भिंडी (UPL) - यह मजबूत, लंबा पौधा 1-2 उत्पादक शाखाओं वाला होता है। इसके आकर्षक गहरे हरे फल 45-50 दिनों में आते हैं, जिनका औसत आकार 10-11 सेमी और वजन 9-10 ग्राम होता है। यह फल उच्च गुणवत्ता और उपज प्रदान करते हैं, जो लंबे समय तक परिवहन के लिए भी उपयुक्त हैं।
5. माहिको नंबर 10 भिंडी (माहिको) - यह चमकदार गहरे हरे रंग की फसल प्राकृतिक कोमलता के साथ होती है और अधिक उपज देती है। यह ताजा और निर्यात दोनों बाजारों के लिए उपयुक्त है।
भिंडी की खेती के बीज दर प्रति एकड़
भिंडी की खेती के लिए 3 से 4 किलोग्राम बीज प्रति एकड़ की आवश्यकता होती है। बीज को बुवाई से पहले 12 घंटे तक पानी में भिगोना चाहिए, जिससे अंकुरण दर अच्छी हो सके।
भिंडी के पौधों की रोपाई और दूरी
भिंडी की बुवाई 30-45 सेंटीमीटर की दूरी पर पंक्तियों में की जाती है। पौधों के बीच की दूरी 15-20 सेंटीमीटर रखनी चाहिए। बुवाई के बाद लगभग 7-10 दिनों में बीज अंकुरित हो जाते हैं।
खाद और उर्वरक
1. प्रति एकड़ 8-10 टन गोबर की खाद या जैविक खाद।
2. 60 किलोग्राम नाइट्रोजन, 40 किलोग्राम फास्फोरस और 30 किलोग्राम पोटाश।
3. 50% नाइट्रोजन की मात्रा बुवाई के समय और शेष 50% मात्रा 30-35 दिनों बाद देनी चाहिए।
भिंडी के फसल में रोगों की समस्या
रोगों के नाम |
बेस्ट फफूंदनाशी |
उपयोग मात्रा |
उखटा रोग (Wilt Disease) |
500 ग्राम प्रति एकड़ अनुसार ड्रेंचिंग करें |
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कॉलर रॉट (Collar rot) |
150 ग्राम प्रति एकड़ अनुसार छिड़काव करें |
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पाउडरी माइल्ड्यू (Powdery mildew) |
200 मिली प्रति एकड़ अनुसार छिड़काव करें |
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पत्ती धब्बा रोग (Alternaria leaf spot) |
450 मिली प्रति एकड़ अनुसार छिड़काव करें |
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झुलसा रोग (Blight Disease) |
400 ग्राम प्रति एकड़ अनुसार छिड़काव करें |
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सीडलिंग ब्लाइट (Seedling blight) |
400 ग्राम प्रति एकड़ अनुसार छिड़काव करें |
भिंडी की फसल में कीटों की समस्या :
कीटों के नाम |
बेस्ट कीटनाशक |
उपयोग मात्रा |
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माहू (Aphid) |
100 मिली प्रति एकड़ अनुसार छिड़काव करें |
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लाल मकड़ी (Red Mites) |
200 मिली प्रति एकड़ अनुसार छिड़काव करें |
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फल छेदक (Fruit Borer) |
100 मिली प्रति एकड़ अनुसार छिड़काव करें |
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तना छेदक (Stem Borer) |
60 मिली प्रति एकड़ अनुसार छिड़काव करें |
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थ्रिप्स (Thrips) |
240 मिली प्रति एकड़ अनुसार छिड़काव करें |
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सफेद मक्खी (WhiteFly) |
60 ग्राम प्रति एकड़ अनुसार छिड़काव करें |
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पत्ती खाने वाली इल्लिया (Caterpillar) |
100 ग्राम प्रति एकड़ अनुसार छिड़काव करें |
भिंडी की तुड़ाई और समय
भिंडी की कटाई फूल आने के 45-50 दिनों बाद शुरू होती है। भिंडी के फलों को कोमल अवस्था में ही तोड़ना चाहिए। इसे हर 2-3 दिनों के अंतराल में तोड़ा जाता है।
भिंडी का उत्पादन
भिंडी की फसल से प्रति एकड़ 40-60 क्विंटल उत्पादन प्राप्त होता है, जो किस्म और खेती की तकनीक पर निर्भर करता है।
सारांश
भिंडी की खेती भारतीय कृषि का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है, जो देश के विभिन्न हिस्सों में की जाती है। इसकी खेती के लिए गर्म और आर्द्र जलवायु सबसे उपयुक्त होती है।
भिंडी के लिए बलुई दोमट मिट्टी सबसे अच्छी मानी जाती है। इसकी खेती के लिए विभिन्न उन्नत किस्में और हाइब्रिड बीज उपलब्ध हैं।
इसके लिए उचित खाद और उर्वरक की मात्रा समय पर दी जानी चाहिए, साथ ही कीट और रोग नियंत्रण के लिए उचित उपाय किए जाने चाहिए।
अक्सर पूछे जानें वाले प्रश्न:
1. भिंडी की खेती के लिए सबसे अच्छा मौसम कौन सा है?
उत्तर - भिंडी की खेती के लिए गर्म और आर्द्र जलवायु सबसे उपयुक्त होती है।
2. भिंडी के बीज दर प्रति एकड़ कितनी होती है?
उत्तर - भिंडी की खेती के लिए 3 से 4 किलोग्राम बीज प्रति एकड़ की आवश्यकता होती है।
3. भिंडी की सबसे अच्छी मिट्टी कौन सी होती है?
उत्तर - बलुई दोमट मिट्टी भिंडी के लिए सर्वोत्तम मानी जाती है।
4. भिंडी की तुड़ाई कब करनी चाहिए?
उत्तर - भिंडी की कटाई फूल आने के 45-50 दिनों बाद शुरू होती है।
5. भिंडी के पौधों की रोपाई की दूरी कितनी होनी चाहिए?
उत्तर - भिंडी की बुवाई 30-45 सेंटीमीटर की दूरी पर की जाती है।
6. भिंडी के लिए कौन से उर्वरक उपयोगी हैं?
उत्तर - प्रति एकड़ 8-10 टन गोबर की खाद और 60 किलोग्राम नाइट्रोजन उपयुक्त हैं।
7. भिंडी में कौन-कौन से कीट आमतौर पर होते हैं?
उत्तर - आम कीटों में माहू, फल छेदक, और सफेद मक्खी शामिल हैं।
8. भिंडी के प्रमुख रोग कौन से हैं?
उत्तर - उखटा रोग, कॉलर रॉट और पाउडरी माइल्ड्यू प्रमुख रोग हैं।
9. भिंडी की उपज प्रति एकड़ कितनी होती है?
उत्तर -भिंडी की फसल से प्रति एकड़ 40-60 क्विंटल उत्पादन प्राप्त होता है।
10. भिंडी की किस्मों में कौन-कौन सी प्रमुख हैं?
उत्तर -राधिका, सम्राट, और लावण्या एफ1 प्रमुख किस्में हैं।
लेखक
कृषि डॉक्टर